दमिश्क। हमेशा मासूमों के कत्लेआम, युद्ध और बर्बरता की खबरों में छाए रहने वाले आतंकी संगठन आईएस का एक अलग चेहरा भी है। जिसे कविताओं और गाने में भी रूचि है और अपने इस शौक के लिए बकायदा उसने अपना दरबारी कवि भी नियुक्त किया है, वो भी एक महिला को। हमेशा महिलाओं का शोषण करने और उन्हें यातनाएं देने वाले इस संगठन ने अहलम अल-नसर को ‘इस्लामिक स्टेट की कवयित्री’ का दर्जा दिया है।
2014 में आतंकी से की थी शादी
आईएस ने 11 अक्टूबर 2014 को अपने सोशल साइट पर यह घोषणा की थी कि अल नसर एक आईएस आतंकी उसमा अल-गहरीब से शादी कर रही है। गहरीब वियना का जिहादी है और अब आईएस के मुखिया बनने के करीब माना जा रहा है लिहाजा उसकी बीवी को एक महत्वपूर्ण पद दिया जा गया है।
असद सरकार के खिलाफ कविताएं
अल नसर पहले से भी कविताएं लिखती थी वह सीरिया की कवयित्री रही और असद सरकार के खिलाफ उसकी कविताएं काफी मशहूर थीं। मार्च 2011 में उसने यूट्यूब पर भी अपनी कविताएं पोस्ट की थीं। जिसमें सीरियाई सेना के जुल्मों का जिक्र था।
लादेन भी लिखता था
आतंकी संगठनों में हत्या और जिहाद से इतर कविताओं के लिए हमेशा एक अलग स्थान रहा है। एक समय अलकायदा प्रमुख रहे बिन लादेन को भी एक अच्छे कवि के रूप में जाना जाता था। उसने बहुत सी जिहादी कविताएं लिखी थीं।
महिलाओं को आवाज
अल नसर के दरबारी कवि बनने से बर्बर आतंकी संगठन में महिलाओं को भी एक आवाज मिली है। वरना इससे पहले तालिबान, अलकायदा में महिलाओं की भर्तियां तो होती थीं लोकिन उन्हें लडऩे के अलावा कोई महत्वपूर्ण स्थान नहीं दिया जाता था।
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