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वाराणसी

सीमा पर हुई चौकसी तो बिहार व झारखंड से कर रहे कमी पूरी

पंजाब चुनाव से पहले मादक पदार्थों को पहुंचाने का खेल जारी, जानिए क्या नक्सलियों का कनेक्शन

वाराणसीMar 25, 2016 / 05:19 pm

Devesh Singh

Opium

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DEVESH SINGH
वाराणसी. पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकवादी हमले के बाद बीएसएफ ने पाकिस्तान से लगने वाली सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। ड्रग्स कारोबारियों ने एयरबेस में हमला करने वाले आतंकवादियों को मदद की थी, जिसका खुलासा जांच एजेंसी भी कर चुकी है। सीमा पर चौकसी बढऩे से पंजाब व राजस्थान में ड्रग्स पहुंचाना कठिन हो चुका है, ऐसे में नशे के सौदागरों ने बिहार व झारखंड के ड्रग्स माफिया से सम्पर्क कर उनके जरिये वहां पर ड्रग्स सप्लाई करने का प्रयास कर रहे हैं।
मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर लगातार हो रही मादक पदार्थों की बरामदगी ने इस बात को प्रमाणित कर दिया है। एक माह में ही यहां से जीआरपी ने 58 किलो अफीम बरामद की है। एक माह में इतनी बरामदगी अभी तक इस स्टेशन से नहीं हुई है। खास बात है कि नशे के सौदागरों का गैंग इतना अधिक सक्रिय है कि लगातार बरामदगी व गुर्गों की गिरफ्तारी के बाद भी तस्करी जारी है। अभी तक आधा दर्जन से अधिक लोग अफीम की तस्करी में पकड़े जा चुके है, लेकिन गैंग की कमर टूटने की जगह तस्कर लगातार अफीम की खेप भेजने में जुटे हुए हैं। जीआरपी ने मादक पदार्थों की बरामदगी में सफलता तो पायी है, लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि कितनी खेप दोनों राज्यों तक पहुंच चुकी होगी।
नक्सली कर रहे बिहार व झारखंड में हो रही अफीम की खेती
बिहार व झारखंड में अफीम की खेती हो रही है। सूत्रों की माने तो नक्सलियों खुद इस खेती से जुड़े हुए है। ऐसे में झारखंड व बिहार का स्थानीय प्रशासन भी रोकने में अक्षम साबित हो रहा है। नक्सलियों के सीमा पार कनेक्शन किसी से छिपा नहीं है और इसी कनेक्शन का उपयोग अब अफीम की सप्लाई में हो रहा है।
पंजाब में होता ड्रग्स का सबसे अधिक कारोबार
पंजाब में ड्रग्स का सबसे अधिक कारोबार होता है। यहां पर विधानसभा चुनाव होने वाले है, जिसमें ड्रग्स की जमकर खपत होगी। ड्रग्स की इसी कमी को दूर करने के लिए बिहार व झारखंड से लगातार अफीम की सप्लाई हो रही है। पंजाब व राजस्थान की सीमा कुछ जगहों पर मिलती है और तस्करों की योजना रहती है कि यदि सीधे पंजाब में ड्रग्स नहीं पहुंचा पाये तो राजस्थान भेजी जाये और वहां से पंजाब भेजने में दिक्कत नहीं होगी।
मुगलसराय स्टेशन है खास
झारखंड व बिहार से आने वाली ट्रेने मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर अवश्य ठहरती है, ऐसे में ड्रग्स माफिया इसी रूट के जरिये अपने गुर्गों से नशे का सामान भेजते है। यहां से नशे के तस्कर राजस्थान व पंजाब जाने वाली ट्रेन पकड़ लेते हैं।
जीआरपी लगातार चला रही अभियान
जीआरपी मुगलसराय प्रभारी त्रिपुरारी पाण्डेय ने बताया कि पंजाब में चौकसी बढऩे से बिहार व झारखंड से अफीम की तस्करी हो रही है। जीआरपी को इस बात की जानकारी है इसलिए हम लोग लगातार प्लेटफार्म व ट्रेन में चेकिंग अभियान चला कर नशे के सौदागरों को पकड़ रहे हैं। 2 मार्च को 20 किलो, 14 मार्च को 24 किलो व 24 मार्च को 14 किलो अफीम पकड़ी गयी है। जितने भी तस्कर पकड़े गये है सभी ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि बिहार व झारखंड से अफीम ला रहे है और अफीम को पंजाब व राजस्थान ले जाना रहता है। जीआरपी प्रभारी ने कहा कि जल्द ही हम लोग नशे के सौदागरों का नेटवर्क तोडऩे में सफल रहेंगे।

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