कोरवा की दर्द की हकीकत, भुखमरी में गिरवी रखा राशन कार्ड, फिर हो पाया अंतिम संस्कार
भूख से तड़प कर पहाड़ी कोरवा लम्बू राम (60) की हुई मौत के मामले में एक और चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है
रायपुर/जशपुरनगर. भूख से तड़प कर पहाड़ी कोरवा लम्बू राम (60) की हुई मौत के मामले में एक और चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। मृतक की मां विजनी बाई ने प्रशासन के समक्ष बदहाली की दास्तां सुनाते हुए खुलासा किया कि हमने लम्बू के पिता झामक के इलाज के लिए 2014 में एक हजार रुपए में चढ़भईया के एक सूदखोर के पास राशन कार्ड गिरवी रख दिया था। तब हमारे पास इलाज के लिए पैसे नहीं थे। झामक बच नहीं पाया और उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, राशि अंतिम संस्कार में खर्च कर दी गई।
जिले में प्रशासनिक आतंकवाद
प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा, जिले में प्रशानिक आतंकवाद हावी है। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पहाड़ी कोरवा की मौत भूख से हो गई और जिले का एक भी बड़ा अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं है। सरकार की कथनी और करनी में अंतर है। सरकार को यहां आकर कोरवाओं के भोजन की व्यवस्था करनी चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष बघेल के साथ सामरी विधायक डॉ. प्रीतम राम, पूर्व मंत्री डॉ. प्रेम साय, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पवन अग्रवाल, प्रदेश सचिव शेखर त्रिपाठी और स्थानीय नेता उपस्थित थे।
भूख से हुई बेटे की मौत
विजनी बाई ने बेटे लम्बू की मौत भूख से होने की पुष्टि की और बताया कि गरीबी के चलते राशन कार्ड छुड़ाने के लिए रकम का बंदोबस्त नहीं हो पाया। राशन कार्ड सूदखोर ने जब्त कर लिया। विजनी के मुताबिक निरस्तीकरण के बाद उसके दोनों बेटों लम्बू (मृतक) और लम्बी के नाम राशन कार्ड बना नहीं। मौके पर पहुंचे बगीचा एसडीएम प्रेम कुमार पटेल ने सूदखोर परमेश्वर से पूछताछ की। पूछताछ में उसने राशन कार्ड लेने की बात तो स्वीकारी, लेकिन बताया कि सत्यापन के लिए उसे राशन कार्ड दिया गया थी।
28 को कोरवाओं की महापंचायत
घटना की सूचना पर मृतक परिवार से मिलने पहुंचे जशपुर जिला पंचायत के उपाध्यक्ष प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा, कोरवाओं की हालत दयनीय है। मामले की जांच के बाद दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उनकी स्थिति और समस्याओं को जानने के लिए 28 अक्टूबर को बगीचा विकासखंड के ग्राम भादो में महापंचायत बुलाई गई है।
लड़ाई लंबी है, दिल्ली तक जाएगी : बघेल
कां ग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने इस घटना के लिए मुख्यमंत्री रमन सिंह को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, मृतक की पत्नी सुखनी बाई की आंख की हालत और उसकी दशा देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि लम्बू की मौत भूख से ही हुई है। मृतक की पत्नी के नाम पर राशन कार्ड नहीं है और न ही उनके रोजी-रोटी का कोई इंतजाम है। उन्होंने कहा, मैंने कोरवाओं के घर-घर जाकर देखा, यहां सबकी हालत सुखनी और लम्बू जैसी है। इनके नाम पर आने वाली करोड़ों की राशि नेता और अधिकारी डकार रहे हैं। उन्होंने कहा यह लड़ाई लंबी है और वे इसे लेकर दिल्ली तक जाएंगे। राष्ट्रपति के समक्ष पहाड़ी कोरवाओं को खडा़कर उनके दत्तक पुत्र की हालत बयां की जाएगी। उन्होंने पीडि़त परिवार को 20 लाख मुआवजा राशि देने की मांग की है।
सीएम बोले, कराएंगे जांच
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि इस मामले पर कलक्टर से रिपोर्ट मांगी गई है। स्थिति के आधार पर कदम उठाया जाएगा।
भूख से मरने की पुष्टि नहीं हो पाई है। परिजनों के बयान के आधार पर जांच जारी है।
प्रेम कुमार पटेल, एसडीएम, बगीचा
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