प्रदेश में पहली बार ‘अर्थदान’ नहीं, ‘एपदान’ करने वाले इमरान को भामाशाह सम्मान
इस साल भामाशाह पुरस्कार लाखों रुपए दान करने वाले किसी को नहीं बल्कि मोहम्मद इमरान खान को दिया जा रहा है जिसने देश को 60 शिक्षण एप दिए
Imran Khan teacher rajasthan
जयपुर। राज्य के भामाशाह पुरस्कारों के इतिहास में इस बार अनोखी पहल हो रही है। इस साल भामाशाह पुरस्कार लाखों रुपए दान करने वाले किसी को नहीं बल्कि ऐसे शख्स को दिया जा रहा है जिसने देश को 60 शिक्षण एप दिए।
शिक्षा विभाग ने राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय अलवर के शिक्षक मोहम्मद इमरान खान को भामाशाह पुरस्कार के लिए चुना है, उन्हें 28 जून को राजधानी में होने वाले राज्य स्तरीय समारोह में सम्मानित किया जाएगा। इमरान के इन एप का न्यूनतम मूल्य 3.32 करोड़ रुपए आंका गया है। एप के चलते इमरान का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंदन में भाषण के दौरान भी किया था। गौरतलब है कि इस बार इमरान खान सहित 58 भामाशाह और 15 प्रेरक पुरस्कार दिए जा रहे हैं।
1996 में शुरू हुआ था भामाशाह
भामाशाह पुरस्कार की शुरुआत तत्कालीन मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत ने की थी। हर साल महाराणा प्रताप के सलाहकार और मित्र भामाशाह के जन्मदिवस 28 जून को यह सम्मान समारोह आयोजित किया जाता है। सरकारी स्कूलों के भवन निर्माण में 10 लाख रुपए या इससे अधिक सहयोग देने वालों को यह वार्षिक राज्य स्तरीय पुरस्कार दिया जाता है। वहीं दान राशि के लिए प्रेरित करने वाले शिक्षक को भी पे्ररक पुरस्कार दिया जाता है।
ऐसे हैं इमरान के बनाए एप
– जनरल साइंस इन हिंदी
– इसमें विज्ञान के दैनिक जीवन के प्रश्न और उत्तर, चित्र दिए हैं। यूजर्स : 8 लाख
– एसएससी एग्जाम
सिलेबस आधारित डाटा। यूजर्स : 3.5 लाख
– किड्स जीके
– छोटे बच्चों के लिए खेल विधि से सामान्य ज्ञान शिक्षण। यूजर्स : 2.5 लाख
– इंडीयन कॉन्स्टीट्यूशन
संविधान से जुड़े प्रश्नोत्तर और नोट्स। यूजर्स : 2 लाख से ज्यादा
– हिस्ट्री जीके : इतिहास का यह प्रश्न बैंक प्रतियोगी परीक्षा के विद्यार्थियों के लिए बेहद उपयोगी।
– 45 लाख लोगों ने इंस्टॉल किए ये 60 एप
– 06 करोड़ लोग पेज देखते हैं हर दिन
– 15 हजार यूजर्स नए जुड़ते हैं रोज
– 4.5 की रेटिंग मिली है इन एप को 5 में से
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