भारतीय जन-जन में प्रतिष्ठित धार्मिक ग्रंथ
रामचरित मानस की चौपाईयां पाठकों के मन पर अद्भुत प्रभाव डालते हैं। इनकी सहायता से भक्तजन जहां भगवान तथा मोक्ष को प्राप्त करते हैं वहीं दूसरी ओर साधारण जन इन मंत्रों के माध्यम से अपने जीवन में आने वाली बड़ी से बड़ी कठिनाईयों को भी दूर करते हैं। इन्हें चमत्कारिक मंत्र भी कहा जा सकता है।
इनकी सहायता से किसी भी समस्या को सहज ही दूर किया जा सकता है। इनके लिए किसी विशेष विधि-विधान की जरूरत नहीं होती। केवल मात्र हनुमानजी महाराज तथा भगवान श्रीराम को स्मरण कर सच्चे मन से इनका जप करें और तुरंत ही आपकी समस्या का समाधान हो जाता है। आइए जानते हैं कि किसी समस्या को रामचरित मानस की कौनसी चौपाई दूर कर सकती हैः
झगड़े में विजय प्राप्ति के लिएकृपादृष्टि करि वृष्टि प्रभु अभय किए सुरवृन्द।
भालु कोल सब हरषे जय सुखधाम मुकुंद ।।
विद्या प्राप्ति के लिएगुरू गृह गए पढ़न रघुराई। अल्प काल विद्या सब आई।।
यात्रा की सफलता के लिएप्रबिसि नगर कीजै सब काजा।
ह्रदय राखि कोसलपुर राजा।।
ऐश्वर्य प्राप्ति के लिएलगे सवारन सकल सुर वाहन विविध विमान।
होई सगुन मंगल सुखद करहि अप्सरा गान।।
दरिद्रता मिटाने के लिएअतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के। कामद धन दारिद दवारि के।।
जे सकाम नर सुनहि जे गावहि। सुख संपत्ति नाना विधि पावहि।।
संकट नाश के लिएदिन दयाल बिरिदु सम्भारी। हरहु नाथ मम संकट भारी।।
जीविका प्राप्ति के लिएविस्व भरण पोषण कर जोई। ताकर नाम भरत जस होई।।
सभी प्रकार की विपत्ति नाश के लिएराजीव नयन धरे धनु सायक। भगत विपत्ति भंजक सुखदायक।।
विघ्न निवारण के लिएसकल विघ्न व्यापहि नहि तेही। राम सुकृपा बिलोकहि जेही।।
आकर्षण के लिएजेहि के जेहि पर सत्य सनेहू। सो तेहि मिलइ न कछु संदेहू।।
परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिएजेहि पर कृपा करहि जनु जानी। कवि उर अजिर नचावहि बानी।।
मोरि सुधारिहि सो सब भाँति। जासु कृपा नहि कृपा अघाति।।
धन-दौलत, सम्पत्ति पाने के लिएजे सकाम नर सुनहि जे गावहि। सुख संपत्ति नाना विधि पावहि।।
पुत्र पाने के लिएप्रेम मगन कौसल्या निसिदिन जात न जान। सुत सनेह बस माता बालचरित कर गान।।
शादी के लिएतब जनक पाइ वशिष्ठ आयसु ब्याह साजि संवारि कै।
मांडवी श्रुतकीरति उर्मिला, कुँअरि लई हँकारि कै॥
जहर उतारने के लिएनाम प्रभाउ जान सिव नीको। कालकूट फलु दीन्ह अमी को।।
नजर उतारने के लिएस्याम गौर सुंदर दोउ जोरी। निरखहिं छबि जननीं तृन तोरी।।
हनुमानजी की कृपा के लिएसुमिरि पवनसुत पावन नामू। अपनें बस करि राखे रामू।।
अकाल मृत्यु भय व संकट दूर करने के लिएनाम पाहरु दिवस निसि ध्यान तुम्हार कपाट।
लोचन निज पद जंत्रित जाहिं प्रान केहि बाट।।
शत्रुता मिटाने के लिएबयरु न कर काहू सन कोई। राम प्रताप विषमता खोई॥
सभी तरह के संकटनाश या भूत बाधा दूर करने के लिएप्रनवउँ पवन कुमार,खल बन पावक ग्यान घन।
जासु ह्रदयँ आगार, बसहिं राम सर चाप धर॥
सिरदर्द या दिमाग की कोई भी परेशानी दूर करने के लिएहनुमान अंगद रन गाजे। हाँक सुनत रजनीचर भाजे।।
बीमारियां व अशान्ति दूर करने के लिएदैहिक दैविक भौतिक तापा। राम राज काहूहिं नहि ब्यापा॥