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रायपुर

चलती ट्रेन की पार्सल बोगी काट चोरों ने उड़ाया लाखों का सामान

वारदात : चोरी करने से पहले सामानों की छंटनी, कुरियर एजेंट को मिलना था सामान

रायपुरFeb 28, 2016 / 12:16 am

कंचन ज्वाला

train bogie

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रायपुर. दिल्ली से विशाखापट्टनम जाने वाली समता एक्सप्रेस की स्मॉल लगेज बोगी की चादर काट कर चोरों ने अंदर रखे ऑनलाइन बुकिंग के लाखों के सामान पर हाथ साफ कर दिया। गाड़ी के शुरुआती छोर में बे्रक वेन एटैच थी। इसी के एक हिस्से को स्मॉल लगेज रूम (एसएलआर) में तब्दील किया गया है। लगेज रूम केअंदर जाने के लिए चोरों ने बे्रक वेन की दीवार पर बड़ा सा छेद किया और सामान पार कर दिया। धारदार वस्तु से काटकर अन्य बोरियों में रखे इलेक्ट्रॉनिक सामान भी ले उडे़। चोरी किया गया सामान रायपुर और विशाखापट्टनम के लिए बुक था। विशाखापट्टनम पहुंचने के बाद पता चलेगा कि वहां के लिए बुक सामानों में से कितना गायब हुआ है। चोरी की पुष्टि गाड़ी के रात 1.20 बजे नागपुर पहुंचने पर हो चुकी थी। लेकिन रायपुर पहुंचने वाले सामान की चोरी की सूचना बुकिंग एजेंट को सुबह 7 बजे गाड़ी के रायपुर स्टेशन पहुंचने पर ही मिली। वह सामानों को बुकिंग लिस्ट से मिलान कर थाने में शिकायत दर्ज कराने की बात कह रहा है।

रायपुर के लिए भी बुक था माल
रायपुर के कुरियर एजेंट वेदप्रकाश ने दिल्ली से रायपुर के लिए लगभग 400 किलो के 21 बंडल बुक कराए थे। वह सुबह सामान लेने रायपुर स्टेशन पहुंचा। बोगी खुलने पर 8 बंडल कम पाए। इसके अलावा बड़ी संख्या में फ्लिपकार्ट और ई-कार्ट के कार्टून और बोरे क्ष्तिग्रस्त पाए। रेलवे सूत्रों का कहना है कि सामान में निकॉन कैमरे, यूपीएस, सीपीयू, मोबाइल और कई इलेक्ट्रॉनिक सामान की पर्चियां मिली हैं।

गपुर में हुआ चोरी का खुलासा
ट्रेन की पार्सल बोगी की चादर काटने की घटना नागपुर रेल डिविजन से पहले हुई। ट्रेन के नागपुर पहुंचने पर इंजन बदला तो एसएलआर बोगी पीछे चली गई। इसके बाद गार्ड बोगी लगी थी। नागपुर में ट्रेन गार्ड जब चढ़ा तब चोरी का पता चला। इसकी सूचना स्टेशन प्रबंधक से लेकर रेलवे सुरक्षा बल के कंट्रोल रूम तक को दी गई। जांच-पड़ताल के बाद जब पता चला कि सामान रायपुर के लिए भी बुक है तो वहां से रायपुर रेल कंट्रोल को सूचित किया गया।

दूसरी बार बनाया समता को निशाना
इससे पहले भी निजामुद्दीन से विशाखापट्टनम के बीच चलने वाली समता एक्सप्रेस के पार्सल बोगी को गिरोह निशाना बना चुका है। यह दूसरी घटना है। डेढ़ साल पहले गैस कटर से पार्सल बोगी की दीवार काट कर लाखों रुपए का सामान चुरा ले गए थे। इसके अलावा निजामुद्दीन से रायगढ़ के बीच चलने वाली गोंडवाना एक्सप्रेस की पार्सल बोगी में भी इसी तरह की घटना हो चुकी है।

सुरक्षा पर उठ रहे गंभीर सवाल
समता, गोंडवाना एक्सप्रेस के अलावा टाटानगर और सिकंदराबाद में भी एेसी घटनाएं हो चुकी हैं। अफसरों के मुताबिक दिल्ली रूट पर भोपाल-इटारसी और आगरा-भोपाल के बीच बोगी काटने वाला गिरोह सक्रिय हैं। डेढ साल पहले समता एक्सप्रेस में बुक कराए गए मोबाइल फोन के पैकेट की चोरी हुई। आईएमईआई नंबर से ट्रेस हुआ तो गिरोह आगरा के पास का निकला।

21 में से 8 बंडल हुए गायब
21 बंडल में 8 बंडल गायब है। कुल माल 400 किलो के आस-पास था। अब काफी कम है। ई-कार्ट की सूची से सामान मिलाकर ही नुकसान के बारे में बता पाऊंगा।
वेदप्रकाश, बुकिंग एजेंट, रायपुर

एजेंट की शिकायत पर होगा जुर्म दर्ज
सामान का मिलान करने के लिए पार्टी को दे दिया गया है। बुकिंग एजेंट की रिपोर्ट पर जुर्म दर्ज होगा।
आरके राठौर, एएसआई, आरपीएफ

दिल्ली तक होगी मामले की जांच
रायपुर रेल डिविजन का यह मामला नहीं है। यह एेसा मामला है, जिसकी जांच नई दिल्ली तक होगी। नागपुर से कंट्रोल रूम को सूचना मिलते ही मामले की रिपोर्ट तैयार कर भेज दी गई है।
सरफराज अहमद, कमांडेंट, आरपीएफ, रायपुर

चोरी के मामले में कोई क्लेम नहीं
बिल्टी में दर्ज संख्या के मुताबिक पूरा पैकट है। पार्टी पार्सल गोदाम से अपना सामान मिलान कर ले गई है। पैकेट कटे-फटे और चोरी होने के मामले में कोई क्लेम नहीं किया है।
एबी नारायणा, मुख्य पर्यवेक्षक, पार्सल

पुराने मामलों में कुरियर एजेंटों की भूमिका रही है संदिग्ध
स मता एक्सप्रेस में सामान उड़ाने वाले चोरों ने बच्चों के कपड़े, मेकअप का सामान और चश्मे के पैकेटों को हाथ भी नहीं लगाया। बोगी से निकले आधे खुले हुए बोरों को देखकर पुलिस आशंका जता रही है कि चोरों ने पहले तो बोरे खोलकर उसमें लगी पर्चियां देखी। सस्ते और आम इस्तेमाल वाले सामानों को छोड़कर महंगे सामान पर हाथ साफ किया।

बुकिंग एजेंटों की होती है मिलीभगत
आरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक चोरी के कई मामलों में बुकिंग एजेंटों के शामिल होने की बात सामने आई है। पूर्व में चोरी का माल एजेंटों के पास से बरामद हुए हैं। इसके लिए एजेंट दूसरे शहर से रायपुर आने वाले महंगे सामानों की बुकिंग कराते हैं। रेल कर्मचारियों के साथ मिलकर उसकी चोरी कराकर उसे बाजार में बेच देते हैं। ऑनलाइन का ज्यादातर माल कैश ऑन डिलिवरी के आधार पर बुक होता है। इसलिए ग्राहक इसकी शिकायत नहीं करता। सामान भेजने वाली कंपनी भी ज्यादातर मामलों में शिकायत नहीं करती। शिकायत होने पर कंपनी को बीमा कंपनियों द्वारा भुगतान किया जाता है। दबाव आने तक ंएजेंट पुलिस में भी शिकायत दर्ज नहीं कराता।

बीमा कंपनी को एजेंट लगाते हैं चपत
जिन बुकिंगों में कैश ऑन डिलिवरी के आधार पर बुकिंग नहीं की जाती, वह माल एजेंट द्वारा ग्राहकों को भेज दिया जाता है। इसके बाद आरपीएफ में चोरी की शिकायत दर्ज करा कर बीमा क्लेम की मांग करता है। दर्ज एफआईआर के आधार पर बीमा कंपनी एजेंट को क्लेम का भुगतान कर देती है।

बदल दिए थे रायपुर आने वाले ब्रॉन्डेड कपड़े
रायपुर के ओम ट्रेडर्स नामक कपड़ा दुकान की संचालिका ने पिछले साल नवंबर में विशाखापट्टनम से 2 लाख रुपए के कपडे़ रायपुर के लिए बुक कराए। माल रायपुर पहुंचने पर जब संचालिका ने बोरे खोले तो उसमें कपड़ों की जगह झिल्लियां और फटे-पुराने कपड़े भरे हुए थे। शिकायत करने पर महिला को दो लाख के माल के बदले 83 हजार रुपए जुर्माना दिया गया।

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