दिल्ली-चंडीगढ़ रेलवे ट्रैक पर दौडऩे लगी रेलगाडिय़ां
राजलू गढ़ी में क्षतिग्रस्त रेल की पटरियों को किया गया दुरुस्त, ग्रामीण ड्यूटी पर तैनात आरपीएसएफ के जवानों को दे रहे भरपूर सहयोग
![](data:image/svg+xml,%3csvg%20xmlns=%27http://www.w3.org/2000/svg%27%20version=%271.1%27%20width=%27400%27%20height=%27266%27/%3e)
![Train on railway track](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fcms.patrika.com%2Fwp-content%2Fuploads%2F2016%2F02%2F26%2Frailway-track-rajulgari-1456481491.jpg%3Ffit%3Dcover%2Cgravity%3Dauto%2Cquality%3D75&w=828&q=75)
सोनीपत। आपसी भाईचारे व सौहार्द का केंद्र रहे सोनीपत जिला के गांव राजलू गढ़ी की पुरानी रौनक फिर से लौट आई है। दिल्ली से चंडीगढ़ की ओर जाने वाली रेलगाडिय़ों के अलावा अब यहां पर पहले की तरह पैसेंजर गाडिय़ां भी चलनी शुरु हो गई हैं। यह एक ऐसा स्टेशन रहा है जहां पर राजलू गढ़ी के अलावा आस-पास के गांवों के लोग भी अक्सर यहां पर आकर मिलते थे और यहीं से अपनी रोजी-रोटी के लिए अपने-अपने गंतव्यों के लिए रवाना होते हैं, लेकिन जाट आरक्षण में इस स्टेशन को भी किसी की काली नजर लग गई थी। ग्रामीणों व प्रशासन के सहयोग से अब यहां पर सबकुछ सामान्य हो गया है और जो कुछ घटा है उसको लेकर ग्रामीणों में दर्द अवश्य नजर आता है।
जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान राजलू गढ़ी रेलवे स्टेशन पर क्षतिग्रस्त पटरियों को रेल प्रशासन ने पूरी तरह से दुरुस्त कर दिया है, जिससे दिल्ली-चंडीगढ़ रेलमार्ग पर रेलगाडिय़ां सरपट दौडऩे लगी हैं। हालांकि रेलवे लाइन की मरम्मत का छिटपुट कार्य अभी भी जारी है। वहीं राजलू गढ़ी रेलवे स्टेशन की सीमा में तैनात रेलवे प्रोटैक्शन सिक्योरिटी फोर्स (आरपीएसएफ) के जवानों को राजलू गढ़ी के ग्रामीण हर प्रकार का सहयोग प्रदान कर रहे हैं। पैसेंजर रेलगाड़ी की भी शुरुआत की गई है, जिससे राजलू के ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
पिछले कुछ दिनों जाट आरक्षण आंदोलन के चलते अस्त व्यस्त हुई जिंदगी तेजी से सामान्य होती जा रही है। इसमें रेलवे ट्रैक भी शामिल है, जिससे दिल्ली एवं पानीपत की ओर जाने वाले दैनिक यात्रियों में भरपूर राहत देखी जा सकती है। दिल्ली नौकरी के लिए जाने वाले विजय का कहना था कि वे रेलगाड़ी के सहारे ही अप-डाउन करते हैं। रेलमार्ग सुचारू होने से उन्हें राहत मिली है। पानीपत की ओर रोजाना जाने वाले नरेंद्र सिंह कहते हैं कि रेलमार्ग अवरूद्ध होने से उनका जीवन ठहर सा गया था।
गौरतलब है कि आंदोलन के दौरान राजलू गढ़ी रेलवे स्टेशन की सीमा में करीब एक किलोमीटर तक रेलवे लाइन को उपद्रवियों ने उखाड़ डाला था, जिससे इस मार्ग पर रेलगाडिय़ों का आवागमन अवरूद्ध हो गया था। यहां आगजनी के कारण भी रेलवे लाइन का कुछ हिस्सा जर्जर हो चुका था, जिसे अब पूरी तरह से दुरुस्त कर दिया गया है। रेलवे कर्मियों ने तत्परता के साथ रेलवे लाइन को ठीक किया। जर्जर रेलवे लाइन को बदल दिया गया और खोले गए जोड़ों को भी पुन: नए जोड़ लाकर जोड़ दिया गया है।
रेलवे के कीमैन कृष्ण एवं ट्रैक मैन संजय पूरी सावधानी के साथ गुरुवार को भी रेलवे ट्रैक पर शेष रहे छिटपुट कार्य को पूर्ण कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जहां से रेलवे ट्रैक को उखाड़ा गया था, जिसे अब ठीक कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह कार्य 15 जोड़ खोलकर किया गया था। एक जोड़ में लगभग 40 किलोग्राम वजन होता है। उपद्रवी इन जोड़ों को भी साथ उठा ले गये थे, जिससे नए जोड़ लाकर लगाये गये हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे टै्रक को दुुरुस्त करने का मुख्य कार्य पूरा किया जा चुका है। क्षतिग्रस्त की गई रेलवे लाइन को वैल्ड कर दिया गया है। अब छोटा-मोटा कार्य ही शेष है, जिसे पूरा किया जा रहा है। इसमें लाईनर लगाने, जोड़ों की जांच तथा पैंड्रोलक्लिप लगाने आदि का कार्य शामिल है।
संजय व कृष्ण प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व ही रेलवे ट्रैक जांचते हैं। उनके हिस्से राजलू गढ़ी रेलवे स्टेशन के अंतर्गत करीब साढ़े चार किलोमीटर की रेलवे लाइन आती है, जिसकी वे रोजाना पूरी सावधानी से जांच करते हैं। उन्होंने कहा कि इस रेलवेमार्ग पर रेलगाडिय़ां सुचारू रूप से चल रही हैं। अब रेलयात्रियों को किसी भी प्रकार की चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि रेलवे ट्रैक को ठीक किया जा चुका है। ट्रायल के उपरांत मालगाड़ी दौड़ाने के उपरांत एक्सप्रेस, शताब्दी तथा पैसेंजर ट्रेन भी इस ट्रैक पर दौड़ रही हैं।
रेलवे ट्रैक को दुरुस्त करने के साथ ही राजलू गढ़ी में जनजीवन सामान्य हो गया है। राजलू गढ़ी रेलवे स्टेशन पर तैनात आरपीएसएफ के जवानों को ग्रामीण पूर्ण सहयोग प्रदान कर रहे हैं। एक जवान ने नाम न लिखने का अनुरोध करते हुए कहा कि राजलू गढ़ी के ग्रामीण बेहद शांत और मिलनसार हैं। ग्रामीण उन्हें परिवार जैसा प्रेम और सहयोग दे रहे हैं। खान-पान की कोई कमी नहीं होने देते। राजलू के ग्रामीण विनोद का कहना था कि उन्हें किसी से कोई बैर नहीं है।
Hindi News/ Panipat / दिल्ली-चंडीगढ़ रेलवे ट्रैक पर दौडऩे लगी रेलगाडिय़ां