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इंजन से अलग हो ‘प्रभु’ के भरोसे आधा किमी चलती रही ट्रेन

राजनांदगांव के पास बीकानेर-बिलासपुर एक्सप्रेस के इंजन की खुली कपलिंक,
ढाई किमी बगैर बोगी दौड़ता रहा इंजन, गेटमैन की सूझबूझ से टला हादसा

Feb 25, 2016 / 08:14 am

सुनील शर्मा

indian rail accident

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राजनांदगांव। रेलवे की सुरक्षा खामी बुधवार को रेल बजट से एक दिन पहले उजागर हुई। छत्तीसगढ़ में 08246 बीकानेर-बिलासपुर भगत की कोठी एक्सप्रेस के सैकड़ों यात्रियों की जान उस वक्त जोखिम में पड़ गई, जब ट्रेन का इंजन अलग होकर ढाई किलोमीटर आगे निकल गया।

ट्रेन के डिब्बे बिना इंजन के आधा किलोमीटर तक दौड़ते रहे। बिना डिब्बों के इंजन राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पहुंच गया। यह घटना बुधवार सुबह 9 बजे राजनांदगांव रेलवे स्टेशन के पहले मोतीपुर क्रॉसिंग पर हुई। भगत की कोठी एक्सप्रेस क्रॉसिंग पर पहुंचने वाली थी तभी गेटमैन ने देखा कि इंजन की कपलिंक खुल जाने से उसके डिब्बे पीछे छूट गए हैं। गैटमैन ने इंजन ड्राइवर को इशारे से बताने का प्रयास किया, लेकिन वह उसका इशारा समझे बगैर निकल गया।

क्रॉसिंग के पास रोका
इसके बाद गेटमैन ने फौरन इसकी सूचना रेलवे स्टेशन पर चीफ पीडब्ल्यूआई शैलेन्द्र कुमार को दी और खुद पटरियों पर दौड़ते यात्रियों से भरे डिब्बों को रोकने में जुट गया। मोतीपुर क्रॉसिंग और राजनांदगांव स्टेशन के बीच करीब तीन किलोमीटर का फासला है। आखिरकार लुढ़कते डिब्बों को क्रॉसिंग के पास रोका गया। ट्रेन में सवार यात्रियों को घटना के बारे में पता चला तो वे बदहवास हो गए।

पटरियों पर पत्थर रखकर डिब्बों को रोका
क्रॉसिंग से इंजन आगे बढ़ गया और टे्रन के डिब्बे बिना इंजन के लुढ़कते आ रहे थे तब गेटमैन वीरेन्द्र कुमार यादव ने त्वरित बुद्धि का प्रयोग करते हुए पटरियों पर कुछ बड़े पत्थर रखे, ताकि उसकी रफ्तार कम हो सके। उसके इस प्रयास से ट्रेन जल्द ही रुक गई। गेटमैन ने एक काम यह भी किया कि इस दौरान कोई गेट पार करने की कोशिश न करे क्योंकि ट्रेन नहीं रुकती तो लोग उसकी चपेट में आ सकते थे।

हादसे की वजह
रेलवे के जानकार लोगों का कहना है कि ट्रेन जिस जंक्शन से तैयार होकर रवाना होते हंै, वहां इंजन व बोगियों को जोडऩे की प्रक्रिया (कपलिंक) का काम सावधानी से किया जाता है। लोहे के सांचों को एक दूसरे में फंसाया जाता है। आमतौर पर यह निकलता नहीं है, लेकिन लापरवाही बरतने से ऐसा हो जाता है।

बड़ी दुर्घटना नहीं
यह कोई बड़ी दुर्घटना नहीं है। उसरा और बांकुल स्टेशन के बीच में बीकानेर एक्सप्रेस का कपलिंक निकला था। स्थिति सामान्य है, कपलिंक जोडऩे में समय लगने की वजह से ट्रेन एक घंटे देरी से रवाना हुई है।
– संतोष कुमार, एसपीआरओ

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