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अगले महीने 5 विदेशी उपग्रहों का प्रक्षेपण करेगा इसरो

इसरो अगले महीने के आखिरी सप्ताह में एक साथ पांच विदेशी उपग्रहों का प्रक्षेपण करेगा

May 10, 2015 / 08:02 pm

भूप सिंह

ISRO

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बेंगलूरू। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अगले महीने के आखिरी सप्ताह में एक साथ पांच विदेशी उपग्रहों का प्रक्षेपण करेगा। इनमें से तीन ब्रिटिश उपग्रह होंगे। इन उपग्रहों का प्रक्षेपण इसरो अपने विश्वसनीय रॉकेट धु्रवीय प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी सी-28) से करेगा। प्रक्षेपण के लिए श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के प्रथम लांच पैड पर तैयारियां चल रही हैं। इसरो निदेशक (जनसंपर्क) देवी प्रसाद कार्णिक ने रविवार को बताया कि प्रक्षेपण यान पीएसएलवी सी-28 का इंटीग्रेशन शुरू हो चुका है।

उन्होंने बताया कि इस मिशन में पांच विदेशी उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए पीएसएलवी के विस्तारित संस्करण (एक्सएल वर्जन) का उपयोग किया जाएगा। अपनी इस उड़ान में पीएसएलवी ब्रिटेन के एक फर्म डीएमसी इमेजिंग इंटरनेशनल (डीएमसीआईआई) के तीन उपग्रहों को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करेगा। इसके लिए ब्रिटेन की इस कम्पनी ने पिछले वर्ष इसरो के साथ करार किया था। कार्णिक ने बताया कि प्रक्षेपण के लिए उपग्रह अभी श्रीहरिकोटा नहीं पहुंचे हैं मगर जल्दी ही उनके पहुंचने की उम्मीद है।

तीनों उपग्रहों का कुल वजन 800 से 900 किलोग्राम है इसलिए एक ही अभियान के तहत सभी उपग्रहों का प्रक्षेपण कर दिया जाएगा इस उड़ान में पीएसएलवी स्काई सैट को भी लांच करेगा जो कि अमरीकी एजेेंसी का उपग्रह है। इस प्रक्षेपण में इसरो आठवीं बार पीएसएलवी के विस्तारित वर्जन (एक्सएल) का उपयोग करेगा। सबसे पहले इसका उपयोग प्रथम चंद्र मिशन चंद्रयान के प्रक्षेपण में हुआ था जबकि मंगलयान के प्रक्षेपण में भी पीएसएलवी के एक्सएल वर्जन का ही उपयोग किया गया था। क्षेत्रीय उपग्रह नौवहन प्रणाली के उपग्रहों आईआरएनएसस 1-सी और 1-डी के प्रक्षेपण में भी पीएसएलवी एक्सएल का ही उपयोग किया गया।

आरएलवी पर अभी निर्णय नहीं
उधर, भविष्य के अंतरिक्ष उड़ानों के लिए इसरो द्वारा विकसित किए जा रहे पुन: प्रयोगी प्रक्षेपण यान (री-यूजेबल लांच व्हीकल, आरएलवी) के पहले प्रयोगिक प्रक्षेपण पर अभी निर्णय नहीं हो सका है। इस यान का परीक्षण इसी साल होने की उम्मीद है। इसरो के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार आरएलवी-टीडी के प्रायोगिक प्रक्षेपण की तैयारी चल रही है मगर अभी प्रक्षेपण पर निर्णय नहीं हो सका है। आरएलवी-टीडी दो चरणों वाला प्रक्षेपण यान होगा जो जिसे उप-कक्षीय मिशन के तहत भेजा जाएगा। एक तरह से यह अंतरिक्षीय वायुयान होगा जो प्रक्षेपण के बाद पुन: लौट आएगा।

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