नई दिल्ली. साल 2000 के बाद से देश में कई रेल हादसे हुए। इनमें कई एेसी दर्दनाक दुर्घटना हुईं जिन्हें याद कर अाज भी हर कोई सिहर उठता है।
03 दिसंबर 2000- पंजाब में सराय बंजारा और साधुगढ़ के बीच हावड़ा-अमृतसर मेल पटरी से उतरी मालगाड़ी से टकरा गई। 46 यात्रियों की मौत हुई थी। 30 से अधिक यात्री घायल हो गए थे।
22 जून 2001- केरल में कोझिकोड के निकट मंगलोर-चेन्नई मेल कडालुंदी नदी में गिरने से 40 लोगों का मौत हुई थी।
12 मई 2002- को नई दिल्ली से पटना जा रही श्रमजीवी एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के जौनपुर में पटरी से उतर गई थी। हादसे में 12 लोगों की मौत हुई थी।
04 जून 2002- कासगंज एक्सप्रेस के उत्तर प्रदेश में एक रेलवे क्रॉसिंग पर एक बस से टकराने से 34 यात्रियों की मौत हुई थी।
10 सितंबर 2002- कोलकाता से नई दिल्ली आ रही राजधानी एक्सप्रेस बिहार में एक पुल पर पटरी से उतर गई थी। हादसे में 120 से अधिक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
जून 2003- दक्षिण-मध्य महाराष्ट्र में एक एक्सप्रेस गाड़ी के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए थे। हादसे में 18 यात्रियों की मौत हुई थी।
15 मई 2003- पंजाब में पैसेंजर ट्रेन में स्टोव के फटने से आग लग गई थी। इसमें 40 लोगों की मौत हुई थी। 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
22 जून 2003- महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में कोंकण रेलखंड के वैभववाड़ी स्टेशन के निकट करवार-मुम्बई सेंट्रल हॉलीडे स्पेशल गाड़ी के तीन डिब्बे इंजन समेत बेपटरी हो गए थे। हादसे में तीन बच्चों सहित 53 लोगों की मौत हुई और 25 घायल यात्री घायल हुए थे।
02 जुलाई 2003- आंध्र प्रदेश में एक रेलगाड़ी के दो डिब्बे इंजन समेत एक पुल के नीचे से गुजर रहे वाहनों पर गिर गए थे। इस हादसे में 22 यात्रियों की मौत हो गई थी।
16 जून 2004- मुंबई जा रही मत्स्यगंधा एक्सप्रेस महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में एक पुल पार करते समय पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में 20 लोग मरे और 60 से ज्यादा घायल हुए।
28 मई 2010- पश्चिम बंगाल में रेल पटरियों में तोडफ़ोड़ के कारण ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस के 13 डिब्बे पटरियों से उतर गए। उनमें एक मालगाड़ी ने टक्कर मार दी थी।148 लोगों की मौत।
19 जुलाई 2010- सियालदह जा रही उत्तरबंगा एक्सप्रेस पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में सैंथिया स्टेशन पर वनांचल एक्सप्रेस से टकरा गई थी। इनसे 60 लोग मारे गए थे।
22 मई 2011- बिहार के मधुबनी जिले में एक मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर पैसेंजर ट्रेन एक वाहन से टकरा गई। इस हादसे में वाहन में सवार 16 लोगों की मौत हो गई थी।
07 जुलाई 2011- उत्तर प्रदेश में एक मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर 80 यात्रियों को लेकर जा रही एक बस के रेलगाड़ी से टकरा जाने पर 31 लोगों की मौत हो गई थी।
22 नवंबर 2011- झारखंड के गिरिडीह में हावड़ा-देहरादून एक्सप्रेस में आग लग जाने से सात लोग जिंदा जलकर मर गए।
जनवरी 2012- दिल्ली जा रही ब्रह्मपुत्र मेल और एक मालगाड़ी के बीच टक्कर में पांच लोगों की मौत हो गई थी।
22 मई 2012- बेंगलुरु जा रही हम्पी एक्सप्रेस आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में एक मालगाड़ी से टकरा गई। इस हादसे में 25 लोग मारे गए थे।
Hindi News / Miscellenous India / वो रेल हादसे जिन्हें याद कर देश अाज भी सिहर उठता है