लखनऊ. एनआईए के उपाधीक्षक तंजील अहमद की हाई प्रोफाइल हत्याकाण्ड के मुख्य आरोपी मुनीर की गिरफ्तारी के लिए जांच एजेन्सियों ने पूरी ताकत झोंक दी है हालांकि नतीजा अभी तक शून्य है। इसी बाबत कम से कम छह लोगों से गहन पूछताछ चल रही है। मुनीर के ठिकानों पर छापे मारे जा रहे हैं। गुप्तचर संगठन भी सक्रिय कर दिए गए हैं। बिजनौर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुभाष सिंह बघेल के अनुसार इस मामले में 150 से अधिक लोगो से पूछताछ की गई। यह सिलसिला अभी भी चल रहा है।
मुनीर पर 50 हजार का इनाम
इस हत्याकाण्ड की जांच एनआईए के साथ ही उत्तर प्रदेश एसटीएफ, एटीएस और स्थानीय पुलिस कर रही है। हत्या के मुख्य आरोपी मुनीर की सुराग देने वाले को 50 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की गई है। इस मामले की जांच के प्रगति की पल-पल की जानकारी केन्द्र सरकार भी ले रही है। मामला इतना बडा है कि पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) दलजीत चैधरी ने मौके पर जाकर हालात की जानकारी ली। एटीएस और एसटीएफ के वरिष्ठ अधिकारीगण बिजनौर में ही डेरा डाले हुए हैं। वे संदिग्धों से अलग-अलग पूछताछ कर रहे हैं।
150 से अधिक से हो चुकी है पूछताछ
एडीजी एलओ दलजीत चैधरी ने बताया कि छह लोगों से रविवार को सघन पूछताछ की जा रही है लेकिन इन लोगों को हिरासत में नहीं लिया गया है। अब तक 150 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। जांच सही दिशा में चल रही है। हत्यारे जल्दी ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे। उधर, हत्यारों की गिरफ्तारी में हो रही देरी से नाराज तंजील अहमद के परिजनों ने मामले की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो से कराने की मांग करनी शुरू कर दी है हालांकि, पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने परिजनों से मुलाकात कर हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया था। पुलिस महानिदेशक इस मामले की लगातार समीक्षा कर रहे हैं। उनका कहना है कि हत्यारे चाहे कितने भी ताकतवर हों, बख्शे नहीं जायेंगे। हत्याकाण्ड का सटीक खुलासा होगा। सही हत्यारे ही पकडे जाएंगे, हो सकता है इसमें कुछ समय लग जाए। जल्दबाजी में विवेचना समाप्त नहीं की जाएगी ।
पुलिस पहले आतंकियों और अब करीबियों को बता रही हत्यारा
गत दो अप्रैल को भांजी की शादी से वापस लौट रहे अहमद पर ताबड़तोड़ गोलियां दागकर उनकी हत्या कर दी गई थी। बिजनौर के स्योहारा क्षेत्र में हमलावरों की गोली से अहमद की पत्नी फरजाना जख्मी हो गई थीं। कार में सवार उनके दोनों बच्चे बच गए थे। पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले की जांच में शामिल तंजील अहमद हत्याकाण्ड की जांच के शुरुआती दौर में पुलिस ने इस घटना के पीछे आतंकी संगठनों के शामिल होने की आशंका से इन्कार नहीं किया था लेकिन जांच जैसे जैसे आगे बढ़ी पुलिस अधिकारियों ने साफ कर दिया कि इसमें आतंकवादी संगठनों का हाथ नहीं है। अभी तक की जांच में तंजील अहमद के करीबी इसमें शामिल नजर आ रहे हैं। इस मामले में बिजनौर के एक पुलिस उपनिरीक्षक और दो सिपाहियों को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था।
Hindi News / Lucknow / तंजील के हत्यारे को कहां से मिल रहा संरक्षण ?