संतोषी दास/ पत्रिका विशेष लखनऊ.उत्तर प्रदेश वन विभाग के अधिकारीयों की निगाहें दिवार पर लगे स्क्रीन पर टिकी हुई थी। हर एक बढ़ते सेकंड के संग सांसों की गति धीमी पड़ रही थी और धड़कने तेज़ हो रही थीं। जो जहां बैठा था बैठा ही रहा। सभी दीवार पर लगे स्क्रीन पर चल रहे काउंटिंग को देख रहे थे। जैसे जैसे पांच करोड़ पौधे लगाने की तरफ वन विभाग तेज़ी से बढ़ रहा था वैसे वैसे कंट्रोल रूम में भीड़ बढ़ रही थी। विश्व कीर्तिमान बनाने में जुटी सीएम अखिलेश की टीम के चेहरे टेंशन साफ़ झलक रही थी। फिर अचानक मुख्य वनसंरक्षक लखनऊ मंडल ईवा शर्मा ताली बजाते हुए ख़ुशी से झूम उठीं। यह ख़ुशी थी वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए पांच करोड़ प्लांट लगने की। इसके बाद तो कंट्रोल रूम में तालियां बजने लगी और जश्न सा माहौल बन गया।
देखिए वीडियो –
वर्ल्ड रिकॉर्ड बनने से 25 सेकंड पहले का वीडियो देख आप खुद समझ जायेंगे की पर्यावरण इंजीनियर और सीएम अखिलेश यादव के लिए यह कितना मुश्किल टास्क था।
सूरज ढलने के साथ साथ वन विभाग के अधिकारीयों की धड़कने तेज़ हो रही थीं। सीएम अखिलेश भी प्लांटेशन के पल पल की खबर रखे हुए थे। जैसे ही आंकड़ा पांच करोड़ पहुंचने के करीब आया तो वह खुद को रोक नहीं सकें। उन्होंने तमाम व्यस्तताओं के बाद भी ग्रीन यूपी क्लीन यूपी के लिए बनाए गए कमांड सेंटर की तरफ रुख कर दिया।
उन्होंने वहां पहुंच कर वन विभाग के अधिकारीयों को इस बेहतरीन काम के लिए बधाई दी।
अखिलेश यादव ने वन विभाग के लिए बीते वर्ष ही पांच करोड़ पौधारोपण जैसे मुश्किल टास्क की घोषणा कर दी थी। बीते साल अखिलेश यादव ने 10 लाख पौधे लगाकर रिकॉर्ड बनाया था। इस बार उनको छह करोड़ पौधे लगाने थे। इसमें पांच करोड़ वन विभाग को लगाने थे बाकी सरकारी संस्थाओं और गैरसरकारी संस्थाओं को लगाने थे। वन विभाग के अधिकारीयों ने सीएम अखिलेश के वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए महीनों पहले से ही पसीना बहाना शुरू कर दिया था। इसी कर परिणाम था की मंगलवार की सुबह तक उत्तर प्रदेश में कुल 50537905 करोड़ (पांच करोड़, पांच लाख, सैंतीस हज़ार, नौ सौ पांच) पौधे लग गए।
उत्तर प्रदेश के आला अधिकारी वर्ल्ड रिकॉर्ड बनने की मॉनिटरिंग कर रहे थे। सुबह से प्लांटेशन शुरू हो चुका था । सीएम अखिलेश यादव ने पत्नी डिम्पल संग पौधा लगाया। इसके बाद शहर में जगह जगह प्लांट लगने का एकसूत्रीय कार्यक्रम श। उगते सूरज के संग वन विभाग के अधिकारीयों में उत्साह का माहौल था और ढलते सूरज के संग धड़कने बढ़ गई थीं। विभाग के अधिकारी वर्ल्ड रिकॉर्ड की मॉनिटरिंग के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम में पहुँच रहे थे। देखते ही देखते कंट्रोल रूम अधिकारीयों से खचा खच भर गया। सभी की सांसे थम गई थी की कहीं आखिरी क्षण कोई समस्या ना खड़ी हो जाये?
ग्रीन यूपी-क्लीन यूपी अभियान के तहत उत्तर प्रदेश के 6161 स्थलों पर पांच करोड़ पौधे लगने थे। इस मुश्किल वर्ल्ड रिकॉर्ड में बारिश भी कई जगह मुसीबत बन गई थी। वर्ल्ड रिकॉर्ड की मॉनिटरिंग करने के लिए गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारी भी मौजूद रहे। मंगलवार के दिन उत्तर प्रदेश में हुए प्लांटेशन के दस्तावेज़ तैयार किये गए जिसे गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड को भेजा जायेगा। मुख्य वनसंरक्षक लखनऊ मंडल ईवा शर्मा ने बताया की जल्द ही सारे दस्तावेज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भेज दिए जायेंगे।
सीएम अखिलेश ने बनाया यूपी को ऑक्सीजन बैंक दुनिया में पहली पार चौबीस घंटे में पांच करोड़ पौधे लगाकर सीएम अखिलेश ने उत्तर प्रदेश को ऑक्सीजन बैंक बना दिया। दी एनर्जी रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (टेरी) ने वृक्षारोपण की निगरानी की। ग्रीन यूपी के तहत प्रदेश में वर्ष 2012-13 में 3, 92,90146 पौधे, वर्ष 2013-14 में 4, 56, 67,661 पौधे और 2014 -15 में 3,22,87,602 पौधों का रोपण किया है। वर्ष 2015 में एक ही दिन 10 लाख पौधे लगाने का भी कीर्तिमान बनाया गया था। उस रिकॉर्ड को इस साल तोड़ दिया गया।
लगाए गए यह खास पौधे जिनसे पर्यावरण रहेगा स्वस्थ वृक्षारोपण में शीशम, सागौन, नीम, कुंजी, इमली, महुआ, जामुन, बेल, बेहड़ा, हरड़, पीपल, पाकड़ जैसे पौधे लगाए गए। इन पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ ध्रुव सेन सिंह ने बताया की जिस तरह से उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में वृहद स्तर पर पौधे लगाए गए हैं उसका फ़ायदा इंसानों और पर्यावरण को जरूर मिलेगा। आने वाले समय में लोग इसको महसूस करेंगे।
सीएम अखिलेश की ट्वीट के बाद पूरा हुआ मिशन पांच करोड़ प्लांटेशन
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