जबलपुर। पर्यटन स्थल धुआंधार के लिए न्यू भेड़ाघाट छोर पर बना गोपाला रेस्टोरेंट बड़ा खतरा है। प्रशासनिक अधिकारियों ने अपनी जांच में यह बात कही है। राजस्व विभाग के अमले के अनुसार रेस्टोरेंट संचालक ने तट पर हिटैची व जेसीबी मशीनों के जरिए अंधाधुंध उत्खनन कराया, इससे नर्मदा के किनारे की सॉफ्ट चट्टानें धसक रही हैं। इसकी पुष्टि नायब तहसीलदार से लेकर एसडीएम तक की जांच रिपोर्ट में हो रही है।
प्रतिबंध के बाद भी निर्माण
रेस्टोरेंट परिसर नर्मदा से 300 मीटर के दायरे में है। जबकि, इस दायरे में निर्माण प्रतिबंधित है। रेस्टोरेंट संचालक की प्रशासन के समक्ष दलील है कि उक्त नियम 2008 में लागू हुआ। जबकि, उसने निर्माण कार्य पूर्व में किया। एसडीएम ने रेस्टोरेंट संचालक के विरुद्ध जारी आदेश में ये भी स्पष्ट किया है कि तट पर ज्यादातर निर्माण हाल ही में किया गया है। एसडीएम पीके सेन गुप्ता के मुताबिक गोपाला रेस्टोरेंट के संचालक के नर्मदा तट पर अवैध उत्खनन व मनमाना निर्माण कार्य करने से नदी का प्राकृतिक स्वरूप प्रभावित होने का खतरा है। इसके मद्देनजर रेस्टोरेंट संचालक को तत्काल काम बंद करने व उक्त परिसर को खाली करने का आदेश जारी किया है।
लक्ष्मण झूले का ढांचा अवैध
रेस्टोरेंट संचालक ने कमाई की जुगत में नर्मदा तट पर अवैध तरीके से लक्ष्मण झूले का ढांचा तान दिया। ‘पत्रिकाÓ ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। इसके बाद प्रशासन ने झूले का निर्माण कार्य बंद करा दिया था। लेकिन, संचालक ने अवैध ढांचा नहीं हटाया। जांच में ये भी सामने आया है कि धुआंधार के दूसरे तट से पर्यटकों को नर्मदा के बिलकुल करीब पहुंचाने के लिए निजी हित के लिए रेस्टोरेंट संचालक ने मनमाना रूट बना दिया।
Hindi News / Jabalpur / Rock-Sliding -नर्मदा के भेड़ाघाट पर धसकीं चट्टानें, इन कारणों से पर्यटकों पर बढ़ गया है खतरा