जबलपुर। वैसे तो संस्कारधानी में उन स्मृतियें की कमी नही है जो देश की आजादी के दिन और आजादी के लिए किए आंदोलनों, बलिदान की याद दिलाती हैं, लेकिन शहर में एक मात्र ऐसा पेड़ है जो उस लम्हे को याद दिलात है जिसे हम आजादी कहते हैं।
15 अगस्त 1947 को वर्तमान हाईकोर्ट परिसर में आजादी का प्रतीक एक पौधा रोपा गया था। आजादी को अक्षय बनाने, स्वराज प्राप्ति के संघर्षों की याद अमिट बनाए रखने के लिए रोपा गया बरगद का यह वृक्ष 70 वर्ष की उम्र हासिल कर चुका है, लेकिन आज भी युवा है।
युवा आजादी की तरह, युवा वायु की तरह, युवा देश की तरह, भारतीय स्वतंत्रता का स्मारक बनकर जीवंत है। जो संदेश दे रहा है कि आजादी अनमोल है। इसकी रक्षा हमें प्राणों की तरह ही करनी है। भाईचारे का पानी और देशभक्ति रूपी खाद से ही इसका भरण-पोषण करना हमारा दायित्व है।
Hindi News / Jabalpur / MP हाईकोर्ट: 15 अगस्त 1947, आजादी की स्मृति में लगाया था ये वट वृक्ष