इंदौर. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर शनिवार दोपहर 3.20 बजे इंदौर पहुंचे। इनके मुख्य आतिथ्य में यहां शासकीय अटल बिहारी वाजपेयी कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय (जीएसीसी) के ग्राउंड में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 62वें राष्ट्रीय अधिवेशन का शुभारंभ हुआ। आयोजन की विशिष्ट अतिथि प्रख्यात शास्त्रीय नृत्यांगना पद्म विभूषण सोनल मानसिंह है।
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रक्षा मंत्री पर्रिकर ने अधिवेशन में अपने भाषण में कहा, यहां आने से मुझमे उत्साह आ गया।
-सर्जिकल स्ट्राइक के बाद कहीं उत्साह तो कई लोग बाते सुना रहे थे, लेकिन यहाँ सर्जिकल स्ट्राइक का नाम सुनते ही उत्साह का माहौल है।
मैं गोवा का कार्यक्रम निरस्त कर आया हूँ। जो मटेरियल आपमें है मैं उसी का हूँ। मैं आपका अभिनन्दन करता हूँ।
-जब देश पर संकट आता है तो यूनिटी काम आती है।
-अपने कॉलेज के दिनों के बारे में बताया कि, जब मैं कॉलेज में था तब डेरेक्टत आए थे तो उनको लंबा भाषण करने की आदत थी, हम पीछे बेठे थे। हमने सोचा ये भाषण बंद कर देंगे, नही हुआ। हमने तालिया बजाना शुरू कर दी की अब ख़त्म कर दो। लेकिन उन्हें लगा की अच्छा लग रहा है आधा घंटे और बोलने लगे।
-पाकिस्तान-इण्डिया मैच होती थी तो भारत जीतने पर क्रिकेटर को सर पर उठा लेते थे।
-सोचता था हार गया तो हमारा क्रिकेटर का क्या होगा।
-सर्जिकल स्ट्राइक वाले दिन रातभर सो नहीं पाया, सोचता रहा कुछ गलत हो गया तो क्या होगा, लेकिन सेना ने सब अच्छा किया
-मेरे गांव गोवा की एक कहानी है जो गोवा नहीं गया वह विद्यार्थी नहीं।
-गोवा आओ ड्रैग के झमेले में मत जाओ
-आज भी जिस नेता का केरेक्टर अच्छा हो लोग उनकी बात पर विश्वाश करते है, हमारे पीएम को देख लो, नहीं तो दूसरे नेता तो आलू की फेक्ट्री बना देते हैं
अगर टीचर खऱाब होंगे तो नेक्स्ट एजुकेशन और खऱाब होगा, इसलिए मेरा संदेश है पीढिय़ा सुधारना है तो शिक्षक अच्छे रखो।
कार्यक्रम में एबीवीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. नागेश ठाकुर ने कहा, भारत शक्तिशाली राष्ट्र है और इसमें छात्र शक्ति का बड़ा योगदान है।
-एबीवीपी युवाओं में भारतीय संस्कृति और सभ्यता को तैयार करने का जो कार्य कर रही है वह विश्व में एक मात्र संगठन है।
-देश के वामपंथियो ने रोहित वेमुल्ला मामले में राष्ट्र की गरिमा को चोट पहुंचाने को कोशिश की जबकि उन्होंने कभी भारत या राष्ट्र निर्माण में सहयोग नहीं दिया
-देश और समाज की कुरूतियों के साथ ही किसी भी आपदा में परिषद् का सहयोग रहता है, क्योंकि हम समाज के दायित्त्व को जानते है।
-26 सितंबर को सर्जिकल स्ट्राइक राजनीतिज्ञ सूझबूझ का पराक्रम था, इससे दुनिया भर में भारत की सेना सबसे शक्ति शाली साबित हुई
-परिषद शिक्षा के क्षेत्र में सालो से काम कर रही है। आजादी के इतने सालो बाद भी यदि जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगते है तो ऐसी शिक्षा व्यवस्था हमें नहीं चाहिए
-परिषद् के इस अधिवेशन में हम विश्वास दिलाते है कि भारत में पढऩे वाला हर छात्र और युवा और स्वाभिमानी शक्ति शाली राष्ट्र निर्माण में सहयोग करेंगे।
-युवाओ का सहयोग विनाश में नहीं बल्कि विकास में हो
अधिवेशन में विधायक उषा ठाकुर और महापौर मालिनी गौड़ पहुंची हैं। इन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एकात्मक प्रदर्शिनी का उद्घाटन कर प्रारंभ किया।
बता दें कि वर्ष 1994 के बाद इंदौर में यह दूसरा राष्ट्रीय अधिवेशन होगा। इसमें भाग लेने के लिए 28 प्रांतों से करीब 8 हजार से ज्यादा छात्र यहां पहुंचे हैं। शनिवार को डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर की जन्मस्थली महू में बने स्मारक से विचार संदेश यात्रा सुबह 11 बजे अधिवेशन स्थल पर पहुंची। शुभारंभ सत्र में शारीरिक प्रशिक्षक आरके विश्वजीत सिंह को प्रो. यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार दिया गया। अधिवेशन में भारत गौरव शौर्य, जनजातीय, पर्यावरण, भारतीय संस्कृति और परंपरा विषयक प्रदर्शनी का शुभारंभ सागर केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राघवेंद्र पी. तिवारी ने किया।
अधिवेशन में एबीवीपी के नेपाल मित्र संगठन प्राज्ञिक विद्यार्थी परिषद के 60 से अधिक प्रतिनिधि शुक्रवार को इंदौर पहुंचे थे। उनकी अगवानी एबीवीपी के प्रदेश मंत्री रोहिन राय ने की। अधिवेशन के मुख्य पांडाल को देवी अहिल्या का नाम दिया गया है। मुख्य मंच व द्वार पर राजबाड़ा की प्रतिकृति बनाई गई है। अधिवेशन स्थल का नाम डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर के नाम पर रखा गया है। प्रदर्शनी सभागृह का नाम पं. दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर है।
यह होगा खास
80 हजार वर्ग फीट का मुख्य पांडाल
7200 वर्ग फीट के 5 डोम
1.75 लाख वर्ग फीट का भोजन पांडाल
10 हजार वर्ग फीट में प्रदर्शनी
18 समितियों में एक हजार छात्र संभालेंगे कमानं
आज के कार्यक्रम
सुबह 11 बजे : प्रदर्शनी उद्घाटन, डॉ. अंबेडकर संदेश यात्रा का स्वागत
दोपहर 3 बजे : ध्वजारोहण
शाम 4 बजे : अधिवेशन उद्घाटन व युवा पुरस्कार समारोह
रात 8 बजे : प्रांत अधिवेशन