इंदौर. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट की लेटलतीफी के लिए अपनी ही पार्टी की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। इससे प्रदेश की राजनीति में बवाल मच गया है। मामले को लेकर कांग्रेस ने भी मोर्चा खोल दिया है। साथ ही कैलाश के बयान की पटरी पर सवालों की मेट्रो ट्रेन अलग चला दी है। भाजपा सहित सरकार को कठघरे में खड़ा कर पूछा गया है कि मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट की गति बैलगाड़ी जैसी है, तो क्या मान लिया जाए कि अब प्रोजेक्ट पूरा नहीं होगा?
- -and-pakistan-prime-minister-1380557/”>कांग्रेस ने क्यों कहा, मोदी पाकिस्तान के मुखिया को दूसरी पैंट देने या सुखाने ना पहुंच जाए… चर्चाओं में बने रहने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता और मंत्री किसी न किसी मुद्दे पर उल्टे-सीधे बयान दे रहे हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित संगठन के लोगों ने बिना सोचे-समझे बयान न देने की सख्त हिदायत भाजपाइयों को दी है। बावजूद इसके नेता नहीं मानते और उल्टे-सीधे बयान देते है। ताजा मामला विजयवर्गीय का है, जिन्होंने इंदौर मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर खुद की सरकार को ही कठघरे में खड़ा कर दिया।
उन्होंने शनिवार को जो ट्वीट किया, उससे खासा बवाल मच गया है। विजयवर्गीय ने पहले कहा कि हमने इंदौरवासियों से जल्द मेट्रो शुरू करने का वादा किया था, लेकिन राज्य सरकार की गति से लग रहा है कि शहर में मेट्रो नहीं, बैलगाड़ी आने वाली है। इस बयान पर बवाल मचने के बाद उन्होंने दूसरा ट्वीट किया कि हमने इंदौरवासियों से जल्द मेट्रो शुरू करने का वादा किया था, लेकिन अधिकारियों के निजी स्वार्थ पूरे न होने के कारण यह योजना बैलगाड़ी की गति से चल रही है।
विजयवर्गीय के इन दोनों ट्वीट पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं। साथ ही भाजपा और सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने सवाल उठाते हुए विजयवर्गीय सहित भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला है। उनका कहना है कि भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एक तरफ जहां अपनी पार्टी की सरकार के काम न करने की पोल खोल रहे हैं, वहीं भाजपा सरकार में अधिकारियों के स्वार्थ पूरे न होने यानी भ्रष्टाचार करने की बात कह रहे हैं। इससे साबित हो गया कि भाजपा सरकार पर अफसरशाही हावी है। कांग्रेस ने जो सवाल उठाए हैं, उनका जवाब देकर सार्वजनिक करने की मांग रखी है।
- ट्वीट के बाद कांग्रेस ने उठाए ये सवाल- – राज्य की सरकार किस दल की है?
– क्या शिवराज सरकार शहर में मेट्रो प्रोजेक्ट को धरातल पर नहीं लाना चाहती?
– क्या इसका कारण यह है कि प्रोजेक्ट की शुरुआत आपने (विजयवर्गीय) की?
– वे कौन अधिकारी हैं, जो इस प्रोजेक्ट में अंडगा डाल रहे हैं?
– उनके क्या निजी स्वार्थ हैं?
– शहर से लेकर प्रदेश और देश में भाजपा सरकार होने के बावजूद मेट्रो प्रोजेक्ट लेकर अधिकारियों के आगे क्यों इतने असहाय और बेबस हैं?
– प्रोजेक्ट की गति बैलगाड़ी जैसी है। इसका मतलब वर्षों से कागजों में चल रहा यह प्रोजेक्ट पूरा नहीं होगा?
– क्या मेट्रो प्रोजेक्ट के नाम पर हर चुनाव में जनता को यूं ही बरगलाती रहेगी भाजपा सरकार?
Hindi News / Indore / कैलाश के बयान की पटरी पर इंदौर की राजनीति में दौड़ी सवालों की ‘मेट्रो’