इंदौर. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के एक बयान से शनिवार को एमपी में सियासी भूचाल आ गया। विवाद उठता देख कैलाश ने बयान वापस लेकर दूसरा संशोधित बयान सोशल मीडिया पर जारी किया।
कैलाश के बयान के बाद हड़कंप इसलिए आया, क्योंकि इस बार निशाने पर मप्र की भाजपा सरकार है। सोशल मीडिया पर उन्होंने बयान जारी करते ही यह वायरल हो गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि कैलाश ने अपनी ही भाजपा सरकार के खिलाफ बयान दिया है।
- -and-pakistan-prime-minister-1380557/”>कांग्रेस ने क्यों कहा, मोदी पाकिस्तान के मुखिया को दूसरी पैंट देने या सुखाने ना पहुंच जाए…
कैलाश ने यह पहले लिखा, हमने इंदौरवासियों से जल्द मेट्रो शुरू करने का वादा किया था, लेकिन राज्य सरकार की गति से लग रहा है, शहर में मेट्रो नहीं बैलगाड़ी आने वाली है।
फिर संशोधित कर लिखा:- हमने इंदौर से जल्द मेट्रो शुरू करने का वादा किया, पर अधिकारियों के निजी स्वार्थ पूरे न होने के कारण यह योजना बैलागाड़ी की गति से चल रही है।
कांग्रेस ने दी प्रतिक्रिया:-कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा, कांग्रेस शुरू से ही कहती आयी है, 26000 करोड़ की ये योजना हवाई लालीपॉप के सिवाय कुछ नहीं और वैसे भी शहर की सड़के गड्ढो के कारण बैलगाड़ी चलाने लायक ही बची है…
मेट्रो पर साहसिक स्वीकारोक्ति के लिए बधाई…
पहले भी दिए विवादित बयान:-मार्च में कैलाश ने गुलाम नबी आजाद को सोनिया का गुलाम ट्वीट पर लिखा था। आजाद ने एक दिन पहले ही अपने बयान में आईएसआईएस की तुलना आरएसएस से की थी। इसके बाद विजयवर्गीय ने लिखा, सोनिया के गुलाम से देश और क्या उम्मीद कर सकता है।
-होली मिलन समारोह पर पूर्व मंत्री शशि थरूर को महिलाओं को शौकीन और राहुल गांधी को मजाक का विषय कहा था।
-कांग्रेस लीडर खोज रही है। यह अफसोस की बात है कि उसे कन्हैया जैसे छोकरे में लीडर दिखता है।
-ओवैसी को भारत की धरती पर बोझ बताया था।
-शाहरुख को भारत विरोधी कहते हुए सोशल मीडिया पर लिखा था, वे रहते तो भारत में हैं, लेकिन उनका मन सदा पाकिस्तान में रहता है। उनकी फिलमें भारत में करोड़ों कमाती है, लेकिन उन्हें भारत असहिष्णु नजर आता है। यह देशद्रोह नहीं तो क्या है।
-शाहरुख की दिलवाले फिल्म फ्लॉप होने पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि अब दंगल में मंगल करना है।