In the first rain, the crack in the five lakh bridge
करतला. वनपरिक्षेत्र पसरखेत के अंतर्गत पसरखेत से छिन्दकोंन्हा पहुंच मार्ग पर वन विभाग ने पांच लाख रूपये की लागत से पुल पुलिया का निर्माण कराया था।
इस छोटे पुल की निर्माण में कितनी लापरवाही बरती गई है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह एक बरसात भी नहीं झेल सकी। पहली बरसात के शुरूआत मे ही पुल में दारारें पड़ चुके हैं।
उक्त पुलिया की दीवार में दरारें तो पड़े ही हैं। साथ ही साथ पुल के उपर कीचड़ भी जमा रहा है। पुल की ऊपरी सतह पर मुरूम की जगह मिट्टी डाला गया है। जो कि मापदण्डों के विरूद्ध है।
जिससे वर्तमान में बारिश होने से राह में आने जाने लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पसरखेत के ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग ने कोरबा के शेखर नामक पेटी ठेकेदार को पुल पुलिया निर्माण कराने के लिए अधिकृत किया था। उक्त पुलिया को ठेकेदार ने बेहद घटिया क्वालिटी की सामग्री से बनाया है।
उल्लेखनीय है कि शासन से ग्रामीण क्षेत्रो के विकास के लिए मिलने वाली राशि का नीचे के अधिकारी जमकर बंदरबांट कर रहे हैं। जिससे छोटे-छोटे विकास कार्य भी ठीक तरह से पूर्ण नहीं हो पाते।
Hindi News / Korba / पहली बारिश मे ही पांच लाख के पुल में दरार, मुरूम की जगह डाली गई मिट्टी