ग्वालियर। जिला अस्पताल मुरैना परिसर में मेटरनिटी विभाग के मुख्य गेट पर शुकवार को दोपहर के समय जीप में आधा घंटे तक प्रसूता तड़पती रही।
प्रसूता के साथ आई अटेंडर महिलाएं कई बार अंदर दौड़कर गईं और नर्स को खबर की, लेकिन प्रसूता को वार्ड में शिफ्ट करने न डॉक्टर आई और न कोई नर्स।
वंदना (22) पत्नी अनिल शर्मा निवासी चांदपुर
दर्द से तड़पती महिला की आवाज सुनकर राह चलती महिलाएं एकत्रित हो गईं और उन्होंने व परिवार की महिलाओं ने वाहन में पर्दा किया। जीप में ही महिला को बच्चा पैदा हो गया।
बच्ची को जन्म देने के बाद जीप मे लेटी प्रसूता वन्दना और महिला के हाथ में नवजात
जानकारी के अनुसार वंदना (22) पत्नी अनिल शर्मा निवासी चांदपुर को जीप से परिजन साढ़े 12 बजे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। मेटरनिटी के बाहर करीब आधा घंटे तक प्रसूता तड़पती रही। करीब एक बजे प्रसूता ने बच्चे को जन्म दिया। उसके बाद प्रसूता को वार्ड में शिफ्ट करने के लिए भी अटेंडर महिलाओं को काफी दौड़ अंदर बाहर करनी पड़ी।
तभी टीकाकरण कक्ष में बैठे आरएमओ डॉ. पदमेश उपाध्याय की नजर पड़ी। उन्होंने मामले को गंभीरता से लिया और अंदर पहुंचकर स्टाफ को फटकार भी लगाई। उसके बाद भी व्हीलचेयर बाहर लाने में स्टाफ ने 15 मिनट लगा दिए।
Hindi News / Gwalior / मेटरनिटी विभाग के सामने जीप में बच्ची का जन्म, वार्ड में सिफ्ट करने न नर्स आई और न डाक्टर