ग्वालियर। शहर में कोहरे का सीजन अब शुरु हो गया है। इसके चलते लगातार चौथे दिन भी घना कोहरा देखने को मिला। यह कोहरा वेस्टर्न डिस्टरबेंस और बंगाल की खाड़ी में आए साइक्लोन के कारण बनाना बताया जा रहा है। कोहरे के कारण रेल से लेकर हवाई मार्गऔर सड़क के ट्रैफिक पर असर पड़ा है।
दरअसल मौसम विभाग पिछले कुछ दिनों से तापमान में गिरावट की भविष्यवाणी कर रहा था और दिसंबर से इसकी शुरुआत हो गई है। जिसके चलते शहर में लगातार कोहरा दिखाई दे रहा है। वहीं इस दौरान लोगों को पिछले दिनों की तुलना में ज्यादा ठंड भी महसूस हुई। जानकारों के अनुसार अब अधिकतम तापमान भी 30 डिग्री सेल्सियस के नीचे ही रहेगा। जबकि रात का तापमान भी 10 डिग्री के आसपास रहने का अनुमान है और कोहरे के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित होगा।
दूसरे सप्ताह से पड़ेगी कड़ाके की ठंड
मौसम वैज्ञानिक एसके गोधा के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ से घना कोहरा निकला है। दिसंबर के दूसरे सप्ताह से कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू हो जाएगा। कोहरा भी छाएगा।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण छाया कोहरा
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय हो गया है और इससे पहाड़ों पर बर्फ गिर रही है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी में साइक्लोन सक्रिय है। इन दोनों बदलावों के कारण पूरे उत्तर भारत में कोहरा छाया है और ठंड भी बढ़ रही है।
ऐसे समझे समझें पश्चिमी विक्षोभ या वेस्टर्नं डिस्टरबेंस
पश्चिमी विक्षोभ भारतीय महाद्वीप के उत्तरी इलाकों में सर्दियों के मौसम में आने वाले तूफान को कहते हैं। इसमें वायुमंडल की ऊंची तहों में भूमध्य सागर, अटलांटिक महासागर व कुछ हद तक कैस्पियन सागर से नमी आती है। यह नमी अचानक वर्षा और बर्फ के रूप में उत्तर भारत, पाकिस्तान व नेपाल पर गिरती है। इससे ठंड बढ़ जाती है। उत्तर भारत में रबी की फसल विशेषकर गेहूं के लिए यह तूफान (चक्रवात) अति आवश्यक होता है।
कोहरे से बढ़ी ठंड
कोहरे के चलते ठंड भी बढ़ गई है और अब ठिठुरन वाली सर्दी की शुरुआत हो सकती है। इसी के चलते पिछले कई दिनों से कोहरे का असर दिखाई दे रहा है।
कोहरे के कारण विजिबिल्टी कम हो जाने से सड़कों पर वाहन धीमे चल रहे थे और स्कूल जाने वाले बच्चों को ज्यादा परेशानी हुई। स्कूल बसें लेट आईं।
यह होता है कोहरा
कोहरा (फॉग) मुख्यत: ठंडी आद्र्र हवा में बनता है और इसके अस्तित्व में आने की प्रक्रिया बादलों जैसी ही होती है। गर्म हवा की अपेक्षा ठंडी हवा अधिक नमी लेने में सक्षम होती है। वाष्पन के जरिए यह नमी ग्रहण करती है। बादल का वह भाग जो ऊपरी भूमि के संपर्क में आता है, कोहरा कहलाता है।
कोहरे की श्रेणियां
जानकारों के मुताबिक कोहरा दो श्रेणियों, एडवेक्शन फॉग और रेडिएशन फॉग में बदल जाता है। एडवेक्शन फॉग तब बनता है जब गर्म हवा का एक विशेष हिस्सा किसी नम प्रदेश के ऊपर पहुंचता है। वहीं रेडिएशन फॉग तब बनता है जब धरती की ऊपरी परत ठंडी होती है। ऐसा प्राय: शाम के समय होता है।
कोहरे ने रोकी ट्रेनों की रफ्तार
कोहरे ने बुधवार को कई ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
इन बातों का ख्याल रखें रेल यात्री
1. यात्रा प्रारंभ करने से पूर्व139 पर अपनी ट्रेन की स्थिति जांच कर ही घर से निकलें, जिससे स्टेशन पर अधिक प्रतीक्षा न करनी पड़े।
2. यात्रा के दौरान अतिरिक्त आवश्यक खाद्य सामग्री, शिशु आहार पर्याप्त मात्रा में अवश्य साथ में रखें।
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