ग्वालियर। बारिश का इंतजार कर रहे शहरवासियों के लिए सोमवार का दिन राहत भरा रहा। शाम को २० मिनट हुई झमाझम बारिश से शहर तरबतर हो गया। अच्छी बारिश के बावजूद शहर का कुछ क्षेत्र बारिश से वंचित रहा। बीते दो दिन में अधिकतम तापमान में 5 डिग्री की कमी दर्ज की गई है।
वहीं चिकित्सकों की मानें तो बारिश के चलते मौसम में आए बदलाव से शहर में मौसमी बीमारियों का खतरा मंडराने लगा है।
शहर का कुछ हिस्सा रहा सूखा
सोमवार को शाम 5 बजे आसमान में काले घने बादलों ने डेरा डाल लिया। तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई। दिनभर छाए बादलों एवं बारिश के चलते दिन का पारा 36.4 डिग्री पर थम गया।,जो कि सामान्य से 1 डिग्री कम रहा। बादलों के चलते न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। गत दिवस की तुलना में न्यूनतम तापमान १ डिग्री अधिक रहा। थाटीपुर, मुरार, गोला का मंदिर, डीडीनगर आदि क्षेत्र शाम को बारिश से वंचित रहे। शहर में कुल 0.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
तिघरा में पानी स्थिर : तिघरा बांध में लगातार चार दिन से पानी स्थिर है। इसमें किसी तरह की कमी नहीं आई है। जाहिर है कि शहर की जरूरत का रोजाना पानी आपूर्ति योग्य बरसाती पानी बांध में पहुंच रहा है। उसका जल स्तर 719 के आसपास अभी भी बना हुआ है।
उधर ग्वालियर शहर के लिए आपात जल प्रबंधन के मकसद से बनवाया गया अपर ककेटो बांध में पिछले करीब एक हफ्ते में एक एमसीएम पानी आया है। उल्लेखनीय है कि इतना पानी उसकी लाइव केपिसिटी है। जिसका उपयोग किसी भी स्थिति में किया जा सकता है। इधर तिघरा सहित ककेटो-पेहसारी जैसे बांधों के कैचमेंट में अभी तक एक भी जोरदार बारिश नहीं हुई है। जिसके चलते बांधों का जल स्तर तकरीबन स्थिर है।
सुबह यज्ञ, शाम को झमाझम
अचलेश्वर मंदिर पर सोमवती अमावस्या के मौके पर सोमवार को अचल बाबा के प्रांगण में बनी यज्ञ वेदी में 1100 आहूतियां देकर पर्याप्त जल वर्षा के लिए जल देवता, वरुण देवता के साथ भगवान अचलनाथ के चरणों में कामनाएं की गईं। सुबह यज्ञ में आहुतियां देने के बाद शाम को अच्छी बारिश हुई। इस मौके पर कार्यकारी न्यासी बसंत शर्मा, अध्यक्ष हरीदास अग्रवाल, सचिव भुवनेश्वर वाजपेयी, नवीन गर्ग, रामकुमार गोयल, मधु गुप्ता समेत न्यास के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
24 घंटे में और बारिश के आसार
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में बादल छाए रहेंगे और बारिश भी हो सकती है।
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