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ग्वालियर

सेंट्रल जेल में प्रॉपर्टी डीलर की संदिग्ध मौत , न्यायिक जांच के आदेश

सेंट्रल जेल में धोखाधड़ी के आरोप में बंद प्रॉपर्टी डीलर की संदिग्ध हालातों में मौत के बाद मजिस्ट्रेट जांच के आदेश हुए है। जबकि जेल प्रशासन जहरीले कीड़े के काटने से मौत होना बता रहा है।

ग्वालियरJul 25, 2016 / 10:40 am

Gaurav Sen

aditya singh bhadouriya

aditya singh bhadouriya

ग्वालियर। सेंट्रल जेल में धोखाधड़ी के आरोप में बंद प्रॉपर्टी डीलर की संदिग्ध हालातों में मौत के बाद मजिस्ट्रेट जांच के आदेश हुए है। जबकि जेल प्रशासन जहरीले कीड़े के काटने से मौत होना बता रहा है। 

रविवार को पैनल की निगरानी में पीएम हुआ। जिसमें मजिस्टे्रट सहित तीन डॉक्टर शामिल थे। उधर परिजन ने जेल प्रशासन को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है जेल प्रशासन ने उन्हें मौत होने के बाद भी खबर नहीं दी। इस कारण पीएम रोक दिया। हंगामे की स्थिति को भांपते हुए वज्र सहित पुलिस बल पीएम पर बुलाया गया। मजिस्ट्रेट के आने पर ही परिजन पीएम के लिए राजी हुए। हरिशंकरपुरम निवासी आदित्य सिंह भदौरिया (42) को धोखाधड़ी के आरोप में 14 जुलाई को जेल भेजा गया था। जेल प्रशासन का कहना है आदित्य को कीडे़ ने काटा था।

पहले उसे जेल अस्पताल में भर्ती कराया। हालत बिगड़ती दिखी तो जेएएच रैफर किया। रात करीब 10 बजे आदित्य ने दम तोड़ दिया। उधर परिजन ने शव देखा तो एक पैर की जांघ से खाल निकली थी। दूसरी पैर के नीचे नीला पड़ा था। उन्हें शक है जेल में उसे पीटा है। इसलिए पीएम पर मजिस्ट्रेट को बुलाने की जिद पर अड़ गए। मजिस्टे्रट आ गए तब पीएम होने दिया। आदित्य के 16 साल की बेटी अदिति और 6 साल का बेटा भरत है। उनके पिता भूपेन्द्र सिंह आर्मी में कैप्टन से रिटायर है। 

घरवालों ने जेल प्रशासन को मौत का जिम्मेदार ठहराया, यह था मामला

आदित्य सिंह भदौरिया 
आदित्य प्रॉपट्री डीलर था। करीब तीन महीने पहले राजकुमार माहौर नाम के व्यक्ति ने विश्वविद्यालय थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया।14 जुलाई को पुलिस ने आदित्य को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। फिर उसे जेल भेजा। 

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झाड़ फूंक के लिए शव लेकर भागे
अस्पताल पहुंचे परिजन को पता चला आदित्य को सर्प ने काटा है। किसी ने उन्हें बताया बेहट में झाड़-फंूक से आदित्य ठीक हो सकता है। इसलिए शव को जबरन जेल की एंबुलेंस में रखकर बेहट की तरफ रवाना हो गए। जेल प्रशासन ने पुलिस को खबर कर दी। उटीला पर रात करीब 3 बजे पुलिस ने एंबुलेंस रोक ली। परिजन को समझाकर करीब 4 बजे शव पीएम में रखवाया गया। 

जेल प्रशासन की लापरवाही से मौतभूपेन्द्र सिंह, मृतक के पिता

जेल प्रशासन की लापरवाही से मेरे बेटे की मौत हुई है। उन्होंने आदित्य की मौत की जानकारी भी नहीं दी। हमारे सूत्रों ने बताया तब हम अस्पताल पहुंचे। दोषी जेल अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।


आदित्य ने कहा कीड़े ने काटा है
आदित्य ने शनिवार शाम को बताया उसकी जांघ में कीड़े ने काट लिया है। उसे जेल अस्पताल में भर्ती कराया। हालत बिगडऩे पर रात 9 बजे जेएएच रैफर किया। आईसीयू में लेकर जाते समय वह लड़खड़ाकर गिर पड़ा। उसकी मौत हो गई।
तुलसीराम सेंडे, जेलर 

पीएम रिपोर्ट से मौत की वजह स्पष्ट 
आदित्य की मौत कैसे हुई पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा। बहोड़ापुर थाने में मर्ग कायम कर लिया है। घटना की मजिस्ट्रेट जांच हो रही है।
राघवेन्द्र सिंह तोमर, टीआई बहोड़ापुर थाना 

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