ग्वालियर। सराफा कारोबारियों ने पिछले दिनों नेता, मंत्री, अफसरों व बड़े उद्योगपतियों से कालाधन लेकर खूब सोना बेचा, लेकिन अब इनकम टैक्स विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सराफा बाजार के सॉलिड गोल्ड और नवीन ज्वेलर्स समेत ग्वालियर कई संदिग्ध ज्वैलर्स की जांच अफसरों की 50 सदस्यीय टीम कर रही है।
हार्ड डिस्क से डाटा रिकवरी की कोशिश…
जानकारी के अनुसार नोटबंदी की रात से अब तक कालेधन के बदले सोना बेचकर कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क से डाटा डिलीट करने वाले सराफा कारोबारियों का डाटा मुंबई के एक्सपर्ट से रिकवर कराया जा रहा है।
वहीं ग्वालियर के जिन कारोबारियों ने कालाधन लेकर हवाला कारोबार किया है या फिर सोना बेचा है, उनकी सूची आईटी (इनकम टैक्स) की इन्वेस्टिगेशन विंग ने तैयार कर ली है।
इसके अलावा दाल बाजार के शक्कर कारोबारी से सच उगलवाने के लिए आईटी की जांच टीम ने पुलिस के साथ पूछताछ की है। साथ ही सराफा कारोबारियों के अकाउंट्स की जांच कर पता लगाया जा रहा है कि इन्होंने किन-किन लोगों को सोना बेचा था।
ऐसे डिलीट कर दिया ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड
दरअसल नोटबंदी के ऐलान की रात से अब तक कई सराफा कारोबारियों ने अन्य कारोबारियों के साथ मिलकर रसूखदारों के काले धन को सोने या हवाले के जरिए एक्सचेंज किया है।
इसी के बाद बीते सप्ताह 2 किलो गोल्ड-ब्रिक के साथ पकड़े गए सेल्स एजेंट्स और सराफा कारोबारियों से हुई पूछताछ के बाद ग्वालियर के दर्जनों ज्वैलर्स संदेह के घेरे में आ गए थे। ऐसे संदिग्ध कारोबारियों पर अब आईटी की इंवेस्टिगेशन विंग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
संदिग्ध कारोबारियों ने सेल्स एजेंट और कुछ कारोबारी के पकड़े जाने के बाद हार्ड डिस्क से डाटा डिलीट कर दिया या फिर हार्ड डिस्क को फार्मेट कर दिया, लेकिन पुलिस व आईटी की इंवेस्टिगेशन विंग ने इनकी हार्डडिस्क जप्त कर ली हैं, और डाटा रिकवरी के लिए मुंबई के एक्सपट्र्स बुलाए हैं।
सूत्रों के अनुसार रिकवरी सॉफ्टवेयर फाइल रिकवरी की शुरुआत कर दी गई हैं और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में संदिग्ध कारोबारियों की हार्डडिस्क उनके कारनामें उगलने लगेंगी।
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