ग्वालियर। मानसून अपने साथ बहुत सारी खुशियां और बदलाव लाता है। ये चिपचिपाती और चूभती धूप से राहत देने के साथ ही पूरा वातावरण हरा-भरा कर देता है। मानसून का मौसम हर किसी को बहुत पसंद आता है, क्योंकि यह रोमांटिक और एडवेंचरस दोनों होता है। आसामान में बादल छाए रहते हैं, धूप का नामोनिशान नहीं होता और हर जगह हरियाली ही हरियाली, जो आंखों के साथ मन को भी सुकून देती है, लेकिन मानसून का मजा लेना है तो पूरी तरह से फिट रहना भी जरूरी है। क्योंकि मानसून गर्मी से तो राहत देता है लेकिन अपने साथ कई सारी बीमारियां भी लाता है। मानसून के दौरान बीमारियां होना लाजमी हैं। लेकिन यह भी सच है कि हम मानसून का मजा भी तभी ले सकते हैं, जब आप पूरी तरह से फिट हो। फिट रहकर आप बीमारियों से बच सकते हैं, साथ ही हम फुर्तीले भी रहेंगे और मानसून का बिना किसी डर के मजा ले सकेंगे। मानसून में फिट रहने के लिए यह करें उपाय-
हाइजीन का रखें पूरा ध्यान
ठीक ढंग से ली गई हाइजीन से हम 50 प्रतिशत तक बीमारियों से बच सकतें है। इसके लिए जरूरी है ठीक ढंग औऱ सफाई के साथ खान-पान और रहन-सहन में रहने चाहिए। हमेशा खाने को ढक कर रखना चाहिए। बार-बार अपने पैर धोने से बचना चाहिए। पैरो के इंफेक्सन से बचाने के लिए रात को सोते वक्त तेल जरूर लगाए।
उबाल कर पिए पानी
बारिश के मौसम में पानी से बहुत सी बीमारियां हो जाती है। इससे बचने के लिए शुद्ध पानी का इस्तेमाल करे। जहां तक हो सके तो पानी उबालकर पिए और यह पानी 24 घंटे का अन्दर इस्तेमाल करले या फिर आर-ओ का पानी पिए।
बाहर के खाने से करें परहेज
अगर आप बाहर के खाने के शौकीन है तो इस मौसम में थोड़ा सचेत रहे। बाहर बिकने वाली चाट-पकौडा, चाउमीन, मोमोज आदि बिल्कुल न खाएं। बाहर के कटे हुए फल भी न खाएं। बाजार से कटे फल न खरीदें।
मौसम के हिसाब से खाएं सब्जियां
इस मौसम में पत्तेदार और कच्ची सब्जियां खाने से बचें। यदि खानी ही हैं, तो इन्हें पोटैशियम परमैंगनेट के घोल में धोने के बाद ही उपयोग में लें। आलू, भिंडी, गोभी, अरबी भी इस मौसम में जहां तक हो सके न खाए क्योकि यह जल्दी नहीं पचता, जिससे गैस की समस्या उत्पन्न हो जाती है। वहीं प्याज और अदरक अधिक मात्रा में खाएं।
क्या करें क्या न करें
1. तेज नमक वाला खाना बिल्कुल न खाएं, क्योकि यह शरीर से पानी छोड़ता है। इसके साथ ही खट्टी चीजें जैसे इमली, अचार और चटनी भी नहीं खानी चाहिए।
2. आंवले का सेवन जरूर करें। दिन में सोने से परहेज करें और ज्यादा फिजिकल वर्क भी न करें।
3. ज्यादा तला भूना इस मौसम में नहीं खाना चाहिए, क्योकि यह जल्द पचता नही है।
4. अदरक की चाय या ग्रीन-टी इस मौसम में आपको तरोताजा रखेंगे। रोटी या परांठे में अजवाइन का इस्तेमाल करें।
5. मॉनसून के मौसम में हर्बल-टी का सेवन करें, क्योंकि इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। यह हमारी प्रतिरक्षा को बढ़ाते हैं और कीटाणुओं, जीवाणुओ के खिलाफ लडऩे की ताकत प्रदान करते हैं।
इन बातों पर भी ध्यान दें
मानूसन के दौरान तरबूज ,खरबूज जैसी जलीय फलो के सेवन से बचें। नम प्रकृति के होने के कारण इनमे बैक्टीरिया होने की आशंका रहती है, जो शरीर में सुजन पैदा करते हैं। मानूसन में गैर मौसमी फलों के सेवन से बचें, इनमे अक्सर दिखाई न देने वाले कीड़े पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए घातक होते हैं। हमेशा ताजे फलों का ही सेवन करें।
इसके अलावा मुरझाये हुए ,दागी ,कटे फटे या ढीले फलों के सेवन से बचें, क्योंकि ऐसे फल विषाक्त हो जाते हैं और आपकी पाचन प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं। छिलका होने के बावजूद खाने से पहले फलो को अच्छी तरह जरुर धोये क्योंकि इनमे संक्रमण फैलाने वाले जीवाणु चिपक जाते हैं जो शरीर में पहुंचकर बीमारियों को न्योता देते हैं। इसके अलावा जहां तक हो सके बाजार में मिलने वाले फलो के ज्यूस को भी पीने से बचें।