ग्वालियर। आप मेरा स्वागत तो कर रहे हो, पर मुझसे कोई गलत काम मत करा लेना। मैं डायबिटीज का मरीज हूं, जेल में नहीं रह पाउंगा। यह बात उच्चशिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने रविवार को निजी होटल में आयोजित निजी कॉलेजों के सम्मान समारोह में कही।
उन्होंने बीएड कॉलेजों के साथ पारंपरिक कोर्सों को संचालित करने वाले कॉलेज संचालकों से कहा कि आपसी संबंध अलग हैं और शासन के कामकाज अलग। जो भी काम होगा नियमों के दायरे में रहकर होगा। नियम विरुद्ध काम न मैं कर पाऊंगा, ना कोई भी कॉलेज संचालक यह मन बनाए।
शासन की तरफ से कॉलेजों के लिए जो सहायता होगी, वो हर हाल में मिलेगी। इसमें किसी तरह की कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि कॉलेजों में अगर पढ़ाई का स्तर सुधार लिया जाए तो छात्रों की कमी नहीं रहेगी। यह विकट स्थिति क्यों आई है, इस पर भी सभी को विचार करना होगा।
नियमों का पालन करना होगा
उच्चशिक्षा मंत्री के अनुसार निजी कॉलेजों को नियमों का पालन तो करना ही होगा। कॉलेज में शिक्षक, लैब, लाइब्रेरी के साथ छात्रों के बैठने के लिए बिल्डिंग आवश्यक है। कॉलेज में नियमित कक्षाएं भी जरूरी हैं। जो कॉलेज नियम पूर्ति करने में खानापूर्ति करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
चेहरे उतरे, आस टूटी
उच्चशिक्षा मंत्री के भाषण के बाद कई कॉलेज संचालकों के चेहरे उतर गए। सूत्रों के अनुसार उनको आशा थी कि छात्रों की कमी से जूझ रहे कॉलेजों को राहत देने के लिए मंत्री कोई पैकेज की घोषणा करेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। पवैया से वे कॉलेज संचालक अब संकट में फंस गए हैं, जो अभी तक काम कराने का दम भर रहे थे। कार्यक्रम में ईसी मेम्बर दिलीप यादव, अजय कुशवाह, अरुण गंगवार, पप्पू परमार, प्रमोद त्रिपाठी, प्रदीप सेन के साथ कई कॉलेज संचालक मौजूद थे।
एमएलबी कॉलेज में नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण
प्राध्यापकों की चिंता सरकार करेगी। प्राध्यापक विद्यार्थियों की चिंता करें। शिक्षा गुणवत्तापूर्ण हो, जिससे हमारे यहां की डिग्री और विद्यार्थियों को देशभर में पूरे सम्मान के साथ देखा जाए। यह बात उच्च शिक्षा, लोक सेवा प्रबंधन एवं जन शिकायत निवारण मंत्री जयभान सिंह पवैया ने कही। पवैया महारानी लक्ष्मीबाई शासकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय में नवनिर्मित भवनों के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
समारोह की अध्यक्षता नगरीय विकास एवं आवास मंत्री माया सिंह ने की। मंत्रीद्वय ने एमएलबी कॉलेज में लगभग 6 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुए प्रशासनिक भवन, केंद्रीय पुस्तकालय भवन, शिक्षण भवन, ब्लॉक-ए व बी एवं सेमिनार हॉल का लोकार्पण किया। इन भवनों का निर्माण नेशनल प्रीमियर इंस्टीट्यूट के समकक्ष महाविद्यालय के उन्नयन कार्यों की कड़ी में कराया गया है।
उच्च शिक्षा मंत्री पवैया ने कहा प्राध्यापकगण शिक्षा में गुणवत्ता सुधार के लिए विषयवार परीक्षा परिणाम के आधार पर अपनी जवाबदेही तय करें, जिस प्रकार किसी अच्छे अस्पताल का आंकलन, अच्छे भवन व अधोसंरचना से नहीं अपितु मरीज के अच्छे इलाज से होता है।
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