ग्वालियर। माशिमं की 12वीं-10वीं परीक्षा के मूल्यांकन कार्य में लापरवाही बरतने वाले मूल्यांकनकर्ताओं पर कार्रवाई होगी। अगर अधिक गड़बड़ी निकली तो उनको ब्लैक लिस्ट की सूची में डाल दिया जाएगा, जिससे अगले वर्ष उसे मूल्यांकन कार्य में शामिल नहीं किया जा सकेगा। मूल्यांकन के प्रथम चरण की शुरुआत 20 मार्च से होना है। शिक्षा विभाग ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।
अधिक कॉपी जांचने की होड़
जिले में दसवीं और बारहवीं की परीक्षा के लिए मूल्यांकन कार्य समन्वयक संस्था पद्माराजे कन्या उमावि में होगा। माशिमं ने मूल्यांकन तीन चरणों में पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। पहला चरण 20 मार्च से दूसरा 4 अप्रैल और तीसरा 9 अप्रैल से होना है। मूल्यांकन के दौरान मूल्यांकनकर्ताओं में कम समय में अधिक कॉपियां जांचने की होड़ रहती है। इस हड़बड़ी में कई बार मूल्यांकनकर्ता गलत कॉपी जांच देता है। इसका खामियाजा छात्रों को उठाना पड़ता है। इसे देखते हुए माशिमं इस बार लापरवाही बरतने वाले मूल्यांकनकर्ता के खिलाफ कार्रवाई का मन बना रहा है। अगर कोई कॉपी रीचैक हुई और उसमें 2 नंबर से अधिक का अंतर पाया गया तो संबंधित मूल्यांकनकर्ता के खिलाफ कार्रवाई होगी। अगर अधिक गलती हुई तो मूल्यांकनकर्ता को ब्लैक लिस्ट भी किया जाएगा। दसवीं की परीक्षाएं 29 मार्च और बारहवीं की 5 अप्रैल को समाप्त होंगी। मूल्यांकन की शुरुआत हिन्दी, अंग्रेजी के प्रश्न पत्र से होगी।
निजी स्कूल के शिक्षकों पर लग सकती है रोक
माशिमं ने अभी यह तय नहीं किया है कि कॉपी जांचने में निजी स्कूल के मूल्यांकनकर्ता शामिल होंगे या नहीं। गौरलतलब है कि गत वर्ष माशिमं ने गोपनीयता बरतने के लिए निजी स्कूल के मूल्यांकनकर्ता को शामिल नहीं करने के निर्देश दिए थे। लेकिन जिले में मूल्यांकनकर्ता की कमी के चलते बाद में निजी स्कूल के १० वर्ष से अधिक अनुभव वाले मूल्यांकनकर्ताओं को शामिल किया गया था।
“मूल्यांकन का प्रथम चरण 20 मार्च से शुरू होगा। जल्द ही मूल्यांकनकर्ताओं की लिस्ट तैयार कर पत्र भेज दिया जाएगा। अभी यह निर्देश नहीं मिले हैं कि निजी स्कूल के मूल्यांकनकर्ता शामिल होंगे या नहीं। जो भी माशिमं से निर्देश होंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।”
भूपेन्द्र सिकरवार, परीक्षा प्रभारी, पद्माराजा उमावि
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