भिलाई. उपस्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के तुरंत बाद टांके नहीं लगाए जाने और उपचार में बरती गई लापरवाही से फिर एक प्रसूता की मौत हो गई है। मामला कपसदा (कुम्हारी) उप-स्वास्थ्य केंद्र का है। जहां सामान्य प्रसव के बाद महिला को टांके नहीं लगाए गए।
दर्द से तड़पती महिला टांके लगवाने के लिए सरकारी और निजी अस्पतालों के चक्कर काटती रही। अंतत:प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में टांका लगाया वो भी फट गया। जिसके बाद महिला को रायपुर के एक निजी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां 1 जून को उसने दम तोड़ दिया।
पहले बच्चे की खुशी बदली मातम में मात्र 11 दिन के दुधमुंहे नवजात को मां का साथ नसीब नहीं हुआ। उपचार के नाम पर की गई। लापरवाही से मासूम हमेशा के लिए अपनी मां से अलग हो गया। महिला के पति ने पत्रिका से बातचीत करते हुए बताया कि दर्द से तड़पती पत्नी के उपचार के लिए दर-दर भटकते रहे लेकिन स्वास्थ्यकर्मियों ने उनकी एक नहीं सुनी। शादी के दो साल बाद पहले बच्चे की खुशी मानने की जगह आज वह मातम मानने पर मजबूर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि दोषी लोगों को सजा मिलना चाहिए।
तीसरा मामला सरकारी डॉक्टरों के द्वारा महिलाओं को लगाए गए टांके खुलने का जिले में यह तीसरा मामला है।दो महीने के अंदर दो महिलाएं उपचार में बरती गई लापरवाही के कारण मरते-मरते बची है।बेमेतरा निवासी महिला तो हाल ही में आईसीयू से बाहर आई है।
देखे क्या था पूरा मामला -20 मई को ग्राम बोरसी निवासी 23 वर्षीय अनुराधा साहू को प्रसव के लिए उपस्वास्थ्य केंद्र कपसदा में भर्ती कराया गया।
-प्रसव के तीन घंटे बाद ही महिला को बिना टांके लगाए घर भेज दिया गया।
-दर्द में तड़पती महिला ने इस बात से अपने परिजनों को अवगत कराया।अगले दिन परिजनों के साथ महिला उपस्वास्थ्य केंद्र पहुंची। प्रभारी एनएनएम ने टांका नहीं लगाया। टांके लगाने की जरूरत नहीं बोलकर केवल दवाई दे दिया।
-23 मईको तबीयत बिगडऩे के बाद जच्चा-बच्चा को जामुल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने महिला को उपस्वास्थ्य केंद्र में जाकर टांके लगवाने की सलाह दी।
-लगभग छह दिन बाद जब महिला उपस्वास्थ्य केंद्र पहुंची तो एएनएम ने उसे मुरमुंदा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रेफर कर दिया।
-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला की स्थिति को देखते हुए उसे 12 टांके लगाए गए।
-अगले ही दिन लगाए गए टांके भी खुलने लगे। परिजनों ने महिला की हालत बिगड़ते देख उसे रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
-1जून को महिला ने निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया।
प्रसूता के मौत की मुझे अभी जानकारी मिली है। उपस्वास्थ्य केंद्र कपसदा और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुरमुंदा से जानकारी मंगाई गई है।उसके बाद ही आगे कार्रवाईकी जाएगी।
डॉ. सुदामा चंद्राकर,
प्रभारी मुख्य स्वा. एवं चि.अधिकारी Hindi News / Durg / प्रसव के बाद दुधमुंहे को बिलखता छोड़ चल बसी मां