दुमका। आज हम 21 वीं सदी में जी रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद ऐसा नहीं लगता है कि समाज भी इसी सदी में जी रहा है। जिले के पूर्वी सिंहभूम में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसने इस कथन को सत्य करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। जिले में डायन के आरोप में एक परिवार को गांव से बाहर निकालने का आदेश जारी किया गया है। मामला पोटका प्रखण्ड के कोवाली थाना की झापान गांव का है। यहां पंचायत ने गांव वालों के कहने पर एक बेबस परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया।
जानकारी के अनुसार कोवाली थाना के झापाना गांव के रहने वाले सान्खो हांसदा और उनका परिवार पिछले 42 सालों से अपने घर में मां मनसा देवी की पूजा अर्चना करते आ रहे हैं। उनके परिवार की एक सदस्य मां मनसा देवी की अराधना से कभी-कभी झूमने लगती है। इसी दौरान पड़ोस के रहने वाले एक व्यक्ति की पत्नी की अचानक तबीयत खराब हो गई, जिसके कारण पड़ोसियों ने उस परिवार के लोगों पर तांत्रिक और डायन होने का आरोप लगाया है।
यह बात पूरे गांव में फैलते देर नहीं लगी कि इस परिवार की वजह से गांव के लोग बीमार हो रहे हैं। मामले को लेकर पंचायत बुलाई गई। जिसमें आरोपित परिवार को बुलाया गया। पीड़ित परिवार के सदस्यों के साथ डायन और तांत्रिक कह कर अपमान किया गया।
इसके बाद पंचायत के द्वारा गांव में यह फरमान जारी कर दिया गया कि पूजा के नाम पर तंत्र-मंत्र का खेल खेलते हैं। इस परिवार के लिए बंद कर दिया जाए। इस घटना से पूरा परिवार डरा-सहमा हुआ है। हालांकि इसके संबंध में पीड़ित परिवार ने अभी तक थाने में मामला नहीं दर्ज कराया है।
Hindi News / Dumka / अंधविश्वास: डायन का आरोप लगा महिला को परिवार समेत बाहर निकाला