नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को पटना अदालत से पहले रेल दुर्घटनाओं के पीछे कथित साजिश के मामलों में पहला आरोप पत्र दायर किया। अक्टूबर 2016 में बिहार के घोरासाहां रेलवे स्टेशन के निकट रेल पटरियों और एक ट्रेन को उड़ाने की साजिश के आरोप में दो नेपाली नागरिकों सहित नौ लोगों पर आरोप लगाया गया है।
अन्य मामलों की जांच में जुटी सीबीआई
एनआईए पिछले साल आंध्र प्रदेश में कानपुर और कुनेरू के पास रेलवे दुर्घटनाओं की जांच कर रही है, जिसमें 180 लोगों की मौत हो गई थी। बिहार रेल दुर्घटना में शामिल एक अभियुक्त ने कानपुर रेल दुर्घटना की साजिश में हाथ होने की बात कबूली है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
आईएसआई एजेंट ने रची थी साजिश
एनआईए के आरोप पत्र में बताया कि पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी आईएसआई ने प्रेशर कूकर बम लगाकर रेल को उड़ाने के लिए नेपाली लोगों का इंतजाम किया था। आरोप पत्र में उमाशंकर पटेल, गजेन्द्र शर्मा, राकेश कुमार यादव, रंजे शाह, मुकेश यादव, मोतीलाल पासवान, अरुण राम, ब्रिज किशोर गिरी और समसुल होड़ा आदि लोगों को आरोपी बनाया गया है। जबकि होडा को मुख्य आरोपी बनाया गया है। होडा और गिरी नेपाल के रहने वाले हैं। होडा पर आईएसआई एजेंट मोहम्मद शफी के निर्देश पर घटना को अंजाम देने के लिए बिहार में लोगों का इंतजाम करने का आरोप लगाया है।
पाकिस्तान में बना था प्लान
सीबीआई के मुताबिक होड़ा पहले मलेशिया में मैन पॉवर उपलब्ध कराने का बिजेनस करता था। जिसके बाद वह दुबई आ गया, जहां वह शेख के संपर्क में आया। हमले को अंजाम देने के लिए होड़ा ने गिरी से संपर्क साधा और बिहार में लोगों का इंतजाम करने को कहा। आरोप पत्र में कहा गया कि होडा 2016 में शफी के साथ पाकिस्तान भी गया था। जहां पर हमले का पूरा खाका तैयार किया गया। आरोप है कि होड़ा ने विस्फोट पदार्थ के साथ अन्य इंतजामोंं के लिए गिरी के खाते में पैसा ट्रांसफर किया था। जिसके बाद गिरी ने शर्मा, राकेश यादव, पटेल, मुकेश यादव, पासवान, शाह और राम को इस साजिश में शामिल किया
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