बेंगलूरू। टीम इंडिया ने बेंगलूरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में बांग्लादेश को 1 रन से हराते हुए सेमीफाइनल की और कदम बढ़ा दिया है। इस मुकाबले में बांग्लादेश ने टीम इंडिया को कड़ी टक्कर दी। हालांकि मैच से पहले ऐसा लग रहा था कि भारत यह मैच बड़े अंतर से जीतने में सफल हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
भारत को यह मुकाबला जीतने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी। मैच के दौरान अंतिम बॉल से पहले तक भी यह तय नहीं था कि मैच किसके पाले में जाएगा। लेकिन अंतिम बॉल पर कप्तान धोनी की चतुर कप्तानी की बदौलत भारत को जीत मिल गई। भारत 27 मार्च को होने वाले ऑस्टे्रलिया के खिलाफ मैच में अगर जीत दर्ज कर लेता तो उसका सेमीफाइनल का टिकट पक्का हो जाएगा।
आईए जानते भारत की जीत के पांच बड़े कारण…
1. कोहली-रैना की 50 रन की साझेदारी
रोहित शर्मा और शिखर धवन ने टीम इंडिया को अच्छी शुरूआत दिलाई, लेकिन इसके बाद ये दोनों महज तीन रन के अंतराल में अपने विकेट गवां बैठे। ऐसे में टीम के स्कोर को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी विराट कोहली और सुरेश रैना के कंधों पर आन पड़ी थी। इन दोनों बल्लेबाजों ने भी अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हुए तीसरे विकेट के लिए 50 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी कर टीम इंडिया की जीत में अहम योगदान दिया।
2. हार्दिक पांड्या का ऑलराउंड प्रदर्शन
युवा ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने बांग्लादेश के खिलाफ गेंद और बल्ले दोनों से हरफनमौला प्रदर्शन किया। कप्तान धोनी ने पांड्या को बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करते हुए युवराज से पहले भेजा। उन्होंने कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए महज 9 गेंंदों 15 रन बनाए। इस छोटी सी पारी में उनके बल्ले से दो तेज तर्रार चौके और एक गगनचुंबी छक्का देखने को मिला। इसके बाद पांड्या ने गेंदबाजी में भी अपना जौहर दिखाते हुए 3 ओवर के स्पैल में 29 रन देकर 2 बहुमूल्य विकेट झटके।
3. सौम्या सरकार का विकेट रहा मैच का टर्निंग प्वाइंट
एक समय जब सौम्य सरकार और मुशफिकूर रहीम क्रीज पर बल्लेबाजी कर रहे थे तो बांग्लादेश की जीत आसान नजर आ रही थी। लेकिन 18वें ओवर में आशीष नेहरा ने सौम्या का विकेट लेकर बांग्लादेश को बड़ा झटका दिया। इसके अगले ओवर में भी ज्यादा रन नहीं आने के कारण बांग्लादेशी टीम बैकफुट पर आ गई और मैच हार गई।
4. रोहित-शिखर की ओपनिंग साझेदारी
कप्तान धोनी के टॉस हारने के बाद रोहित शर्मा और शिखर धवन पर टीम को ठोस शुरूआत देने की जिम्मेदारी थी, क्योंकि इससे पहले हुए टी 20 वर्ल्ड कप के मैचों में ये दोनों टीम को अच्छी शुरूआत दिलाने में असफल रहे थे। लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ दोनों बल्लेबाजों ने टीम इंडिया को सधी हुई शुरूआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 42 रनों महत्वपूर्ण साझेदारी की। इस साझेदारी की बदौलत टीम इंडिया 20 ओवर में 146 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा करने में सफल हुई।
5. धोनी की चतुर कप्तानी
17वें ओवर तक मैच में बांग्लादेश का पलड़ा भारी नजर आ रहा था, लेकिन अंतिम तीन ओवरों धोनी की चतुराई भरी कप्तानी ने बांग्लादेशी टाइगर्स से जीत छीन ली। 18वें में धोनी ने एक फिर अपने अनुभवी गेंदबाज आशीष नेहरा को गेंदबाजी थमाई और नेहरा ने सौम्या सरकार का विकेट लेेेकर कप्तान के भरोसे पर खरे उतरे। इसके बाद धोनी अपने पसंदीदा गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को गेंद थमाई और उन्होंने कसी हुई गेंदबाज करते हुए मात्र 6 खर्च करते हुए विपक्षी टीम को दबाव में ला दिया। बांग्लादेश टीम को अंतिम ओवर में 11 रनों की जरूरत थी। इस समय धोनी ने माइंड गेम खेलते हुए हार्दिक पांड्या पर सट्टा खेला जो सही साबित हुआ। अंतिम गेंंद पर धोनी ने बांग्लादेश खिलाड़ी को रन आउट करते हुए अपनी टीम को जीत दिलाई।
Hindi News / World T20 : ये रहे टीम इंडिया की जीत के पांच बड़े कारण