सूरत। क्रिकेट खेलने के दौरान टीम की जीत और अपने प्रदर्शन को लेकर दबाव तो रहता ही है, लेकिन मैंने सबसे ज्यादा दबाव उस समय महसूस किया, जब मुशर्रफ ने कहा था कि आज तो जीतना ही है। यह बात पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और अफगानिस्तान के कोच इंजमामुल हक ने शुक्रवार को शहर के लालभाई कॉन्ट्रेक्टर स्टेडियम में आयोजित प्रेस वार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि 2005 में मेरी कप्तानी में टीम भारत के दौरे पर आई थी। उस दौरान दिल्ली के फिरोज शाह कोटला मैदान में हुए मुकाबले में पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ भी मैच देखने आए थे। मैच से पहले उन्होंने मुझे हर हाल में जीतने के लिए कहा था। उस दिन मैं बहुत दबाव में था। इतना दबाव मैंने 1992 के वर्ल्ड कप के दौरान भी महसूस नहीं किया था।
इंजमाम का कहना है कि भारत और पाकिस्तान का मैच क्रिकेट में एशेज से भी ज्यादा लोकप्रिय है। दोनों टीमों के बीच मैच नहीं होने से क्रिकेट को नुकसान हो रहा है। गुजरात आने से पहले दिमाग में किसी तरह की शंका के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मेरे दिमाग में किसी तरह का सवाल नहीं था।
मैं पहले भी अहमदाबाद में खेलने आ चुका हूं। उस वक्त मुझे लोगों का प्यार मिला था और इस बार सूरत आने पर भी उतना ही सम्मान मिल रहा है।
Hindi News / ‘जब मुशर्रफ ने कहा था, आज तो जीतना ही है’