अहमदाबाद। गुजरात सरकार ने यिपी नूडल्स और बम्बिनो मैक्रोनी के सैम्पल्स में लेड और मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) पाए जाने के बाद इनकी बिक्री पर बैन लगा दिया है। फूड एंड ड्रग्स कंट्रोल एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीसीए) ने इन फूड सैम्पल्स की जांच की थी। गौरतलब है कि सरकार ने नेस्ले की मैगी नूडल्स पर लगे बैन को शनिवार को ही एक महीने के लिए बढ़ा दिया था।
कोशिया के मुताबिक सनफीस्ट की यिपी के 23 सैम्पल्स उठाए गए थे, जिसमें से एक सैम्पल टेस्ट में फेल हो गया और इसमें उच्च मात्रा में लेड पाया गया है, जबकि अन्य कुछ सैम्पल्स में एमए सजी पाया गया है। कोशिया ने बताया, “यिपी के एक सैम्पल में 3.44 पीपीएम (पार्टिकल पर मिलियन) लेड पाया गया है, जबकि इसकी तय लिमिट 2.5 पीपीएम है। इतना अधिक लेड नुकसानदेह है। हमें कुछ सैम्पल्स में एमएसजी भी मिला है, जबकि कुछ सैम्पल सुरक्षित पाए गए हैं।”
कोशिया ने बताया, “हमने बम्बिनो मैक्रोनी का केवल एक ही सैम्पल उठाया था और इसमें 4.1 पीपीएम लेड कंटेंट मिला है। यह तय लिमिट से करीब दोगुना है।” गुजरात सरकार ने लेड और एमए सजी पाए जाने पर जून में ही मैगी की बिक्री पर बैन लगा दिया था और बाद में इस बैन को एक महीने के लिए एक्स्टेंड भी किया था। इसी तरह एसके फूड्स की ओर से बनाए और बेचे जाने वाले हक्का नूडल्स पर भी एक महीने का बैन लगाया गया था, जिसे बाद में एक महीने के लिए बढ़ा दिया गया था।
कोशिया ने बताया, “अब तक हम इंस्टेंट नूडल्स और पास्ता बेचने वाली 22 कंपनियों के 133 सैम्पल उठा चुके हैं। इनमें से 33 सैम्पल जांच में असफल पाए गए हैं। इसमें मैगी भी शामिल है। जबकि कुछ ब्रांड्स के परिणाम आने अभी बाकी है।”
कोशिया ने बताया, “नूडल्स के अलावा हमने 60 अन्य प्रोडक्ट्स के भी सैम्पल्स लिए थे। इसमें सॉफ्ट ड्रिंक्स, वेफर्स और आइसक्रीम भी शामिल है। हम आने वाले दिनों में इनकी जांच भी करें गे।”
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