आलोक सिंह / नई दिल्ली. यूएस फेड की बैठक का फैसला आने से पहले भारत समेत दुनियाभर के बाजार की चाल धीमी हो गई है। बैठक के बाद ब्याज बढ़ाने का फैसला कभी भी आ सकता है। अगर नहीं आता है तो राष्ट्रपति चुनाव के रिजल्ट आने के बाद दिसंबर में ब्याज दरों में वृद्धि के ऐलान की पूरी उम्मीद है। टेक्निकल एनालिस्ट मुताबिक, बाजार में आने वाला समय मुनाफावसूली का होगा। 17 नवंबर तक निफ्टी 8,200 और सेंसेक्स 26,000 तक गिर सकता है। ऐसे में छोटे निवेशकों के लिए बाजार से दूर रहना ही मुनासिब होगा।
दो महीनों में बाजार लगा सकता है 1000 अंकों का गोता
मार्केट एक्सपर्ट मनीष कुमार के मुताबिक, आने वाले समय में जीएसटी की दरें, विधानसभा चुनाव, बजट की तारीख में फेरबदल कुछ ऐसे कारक हैं जो भारतीय मार्केट पर बुरा असर डाल सकते हैं। तकनीकी रूप से बाजार कमजोर हो रहा है। आने वाले समय में किसी दिन 50 अंकों की तेजी आएगी तो अगले दिन 100 अंकों की गिरावट हो जाएगी। अगले दो महीने में बाजार 1000 अंक का गोता लगा सकता है।
बैंकिंग स्टॉक्स से दूर रहें निवेशक
अगले ६ महीने में सबसे बड़ी गिरावट बैंकिंग शेयर में देखने को मिलेगी। एनपीए का असर देखने को मिलेगा। यस बैंक, एक्सिस और एसबीआई के शेयर सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। आईटी में भी गिरावट देखने को मिलेगी। शॉर्ट टर्म गिरावट के बाद दिसंबर से रिकवरी शुरू होगी।
9 नवंबर को झटका दे सकता है ट्रंप कार्ड
अमरीकी चुनाव के एक ताजा सर्वे में डोनाल्ड ट्रंप को हिलेरी क्लिंटन से आगे दिखाने के बाद दुनियाभर के बाजारों में घबराहट दिखाई देने लगी है। इसका असर भारतीय बाजार पर भी हुआ है। बुधवार को भारतीय बाजार तीन महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स और निफ्टी में 1.25 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। 9 नवंबर को अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आ सकते हैं। अगर ट्रंप जीतते हैं तो बाजार को बड़ा झटका लग सकता है। इसके साथ उभरते बाजार में एफआईआई की ओर से लगातार बिकवाली देखने को मिल रही है। ट्रंप के जीतने के हालात में एफआईआई की बिकवाली और बढ़ सकती है। इसके चलते बाजार में बड़ी गिरावट आने की उम्मीद है। इसके साथ ही ग्लोबल मार्केट की सुस्त चाल भी भारतीय मार्केट को प्रभावित करेगी।
Hindi News / शेयर मार्केट में रहेगा गिरावट का दौर, जानिए छोटे निवेशकों की क्या होनी चाहिए रणनीति?