दुबग्गा सब्जी मंडी संघ के अध्यक्ष और टमाटर के बड़े व्यापारी नजमुद्दीन राइनी ने बताया कि इसके अलावा अन्य सब्जियों के दाम भी अचानक बढ़ने लगे हैं। अभी कुछ दिन पहले जो हरी मटर 40 रूपए किलो बिक रही थी आज उसके दाम 60 रूपए किलो तक पहुंच गए हैं।
बंदगोभी जो 8 रूपए प्रति पीस पूरे बाजार में कोई खरीद नहीं रहा था, उसके दाम भी चढ़कर 15 से 18 रूपए हो गए हंै। उन्होंने बताया कि इन सबके अलावा टमाटर के दाम पहले से लोगों को सता रहे हंै। हालत ये है कि टमाटर के भाव 40 रूपए प्रति किलो से नीचे आ ही नहीं रहे हैं। इसको देखते हुए कई परिवारों ने तो टमाटर से ही तौबा कर ली है और घरों में उसके विकल्प तलाशे जा रहे हैं।
राइनी ने बताया कि बाहर से आने वाली सब्जियों के नहीं आ पाने से भी सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी होती है। उधर, प्याज के दामों में इजाफा के बाद कालाबाजारी करने वाले लोगों की पौ-बारह है। वे बाजार का रूख भांपते हुए प्याज के भंडारण में जुट गए हैं, जिससे मौके का फायदा उठाकर ज्यादा मुनाफा कमाया जा सके।
प्याज के दामों में अचानक आए इस उछाल के पीछे बेंगलूरू से आने वाले प्याज की आवक में कमी बताई जा रही है। अगर ये सिलसिला जारी रहा है तो प्याज 100 रूपए किलो तक पहुंच सकता है और लोगों को एक बार फिर पुराने दिनों की याद आ सकती है।