सुमेरपुर. जवाई पुनर्भरण योजना ने उड़ान भरने के लिए पहला कदम बढ़ाया है। राज्य सरकार के निर्देश पर जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता ने योजना की डीपीआर बनाने के लिए 12.30 करोड़ रुपए की निविदा निकाली है। निविदा की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद अगले वर्ष डीपीआर बनाने का कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
इस योजना के तहत राज्य सरकार के निर्देशानुसार विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता सुरेश माथुर ने डीपीआर बनाने के लिए गुरुवार को 30 नवम्बर से 31 दिसम्बर तक निविदा आमंत्रित की है। विगत कई महिनों से पाली व जालोर जिले समेत जवाई कमाण्ड क्षेत्र के किसानों की नजर केन्द्रीय जल आयोग के फैसले व प्रोजेक्ट रिपोर्ट के लिए राशि आवंटित करने पर टिकी थी।
वैसे केन्द्रीय जल आयोग साबरमती बेसिन से जवाई बांध को जोडऩे की प्री फिजीबिलिटी रिपोर्ट को अपनी प्रस्तावित योजनाओं में शामिल कर चुका था। विभाग ने योजना की डीपीआर तैयार करने के लिए प्रस्ताव भी भेज रखे थे। इसमें अब यह तय हो गया है कि जवाई पुनर्भरण योजना पर कार्य होगा।
![]()
फैक्ट फाइल
– टनल व चैनल की अनुमानित लम्बाई 73 किलोमीटर होगी
– करीब 6500 एमसीएफटी पानी अपवर्तित किया जा सकेगा।
– इस योजना पर अनुमानित 2930 करोड़ की लागत आएगी।
– पाली, जालोर व सिरोही को होगा लाभ
– पेयजल व सिंचाई के लिए पूरे वर्ष का होगा बंदोबस्त
73 किलोमीटर की होगी टनल
टनल व चैनल की अनुमानित लम्बाई 73 किलोमीटर होगी। जिसमें से 45 किलोमीटर टनल अलग-अलग टुकड़ों में होगी। ओपन चैनल की लम्बाई 28 किलोमीटर रहेगी। इस जल मार्ग द्वारा साबरमती बेसिन से जवाई बांध में करीब 6500 एमसीएफटी पानी अपवर्तित किया जा सकेगा। इस योजना पर अनुमानित 2930 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
जताई खुशी
जवाई बांध पुनर्भरण योजना के लिए डीपीआर के टेण्डर जारी होने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष करणसिंह नेतरा, सुमेरपुर नगरपालिकाध्यक्ष जोराराम कुमावत, तखतगढ़ पालिकाध्यक्ष रंजना कुमारी, सुमेरपुर प्रधान राजेंद्रसिंह कोलीवाड़ा, सुमेरपुर पालिका उपाध्यक्ष रमेशकुमार राखेचा, पाली प्रधान श्रवण बंजारा, उपप्रधान नरेंद्रसिंह, सुमेरपुर शहर भाजपा मंडल अध्यक्ष मांगीलाल सुथार, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष भगवतसिंह जोधा, पाली गा्रमीण मंडल अध्यक्ष उम्मेदसिंह डेण्डा, तखतगढ़ मंडल अध्यक्ष गणपत सोमपुरा, संजय ओझा, रूपेश दाधीच ने खुशी जताई।
विधायक ने किया माला नहीं पहनने का संकल्प
इलाके में लम्बे समय से जवाई पुनर्भरण की मांग की जा रही थी। इस मांग को लेकर कई बार आंदोलन हुए। विधानसभा चुनाव के दौरान जवाई पुनर्भरण प्रमुख मुद्दा रहा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री वसुंधराराजे ने भाषणों में इसका उल्लेख किया। विधायक मदन राठौड़ ने चुनाव के बाद जवाई पुनर्भरण के लिए समिति का गठन करवाया था। इस समिति ने रिपोर्ट बनाकर राज्य सरकार को भेजी थी। इसके बाद विधायक ने मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री से भी मुलाकात कर योजना को स्वीकृत करवाने की मांग की थी। इसके साथ ही उन्होंने योजना स्वीकृत नहीं होने तक माला नहीं पहनने का संकल्प किया था।
6500 एमसीएफटी पानी होगा अपवर्तित
जवाई बांध पुनर्भरण के लिए साबरमती बेसिन की कोटड़ा तहसील में स्थित वाकल चतुर्थ, कोलाया गांव की दामन नदी व गौरी गांव के समीप सेई नदी पर बांध बनाया जाना है। वाकल, साबरमती व सेई नदी पर बनाए जाने वाले बांधों को साइट की स्थिति के अनुसार खुली चैनल व टनल के माध्यम से आपस में जोड़ा जाएगा। उसके बाद सेई बांध को पिण्डवाड़ा तहसील में बने मोरस व कादम्बरी बांध से होते हुए तथा मार्ग में पडऩे वाले जलग्रहण क्षेत्र की आवक को अपने साथ लेते हुए समूचा पानी जवाई बांध में लाया जाना प्रस्तावित है।
निविदा निकाली गई है
अब जवाई पुनर्भरण योजना पर कार्य होना तय हो गया है। यह जवाई पुनर्भरण योजना की दिशा में पहला कदम है। इस योजना से पाली, जालोर व सिरोही जिलों को लाभ मिल सकेगा। संकल्प के अनुसार योजना स्वीकृत होने के बाद ही माला पहनना प्रारंभ करूंगा।
मदन राठौड़, विधानसभा, उप मुख्य सचेतक एवं स्थानीय विधायक
Hindi News / Jaipur / जवाई बांध पुनर्भरण योजना: साबरमती बेसिन से लाएंगे 6500 एमसीएफटी पानी