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भोपाल

ये हैं दुनिया की सबसे छोटी लाइब्रेरियन, इनकी सोच आपको भी हिला देगी

मुस्कान ने यह लाइब्रेरी तब खोली थी जब पिछले साल दिसम्बर में स्टेट एजुकेशन बोर्ड इस स्लम एरिया में विजिट करने आया था। 

भोपालSep 09, 2016 / 02:18 pm

Anwar Khan

muskan ahirwar

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भोपाल। जब आप किसी लड़के को पढ़ाते हैं, तब आप केवल एक व्यक्ति को शिक्षित कर रहे होते हैं, लेकिन जब आप एक लड़की को शिक्षित करते हैं, तब पूरे समाज को शिक्षा दे रहे होते हैं। यह महज कोरी धारणा नहीं है, बल्कि इसे साबित किया है मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की एक नन्हीं परी ने। जी हां! तीसरी क्लास की ये स्टूडेंट है मुस्कान अहिरवार, जो आज इस धारणा का बेहतर उदाहण बन गई है। इन्हें दुनिया की सबसे छोटी लाइब्रेरियन का भी नाम दिया गया है। मुस्कान का अब दिल्ली में सम्मान होने जा रहा है। 9 सितंबर को नीति आयोग देश की 12 उन महिलाओं को सम्मानित करेगा, जिन्होंने दुनिया को एक नई दिशा दिखाई। वीमेन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया अवॉर्ड पाने वाली मुस्कान सबसे कम उम्र की बच्ची होगी। आइए जानते हैं मुस्कान और ट्रांसफॉर्मिंग काम के बारे में….



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छोटी से बस्ती में लाइब्रेरी
सकरी गलियां और उनमें लोगों की भीड़, नंगे पैर घूमते बच्चे, औरतें और इन्हीं के बीच अस्तित्व में आया है एक बाल पुस्तकालय। भोपाल के अरेरा हिल्स स्थित राज्य शिक्षा केंद्र के पीछे बसी दुर्गा नगर बस्ती में नौ साल की मुस्कान बाल पुस्तकालय (चिल्ड्रेन लाइब्रेरी) चला रही हैं। मुस्कान की इस छोटी सी लाइब्रेरी में कुल 121 किताबें हैं। इन्हें राज्य शिक्षा केंद्र ने उपलब्ध कराया है। 



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बच्चे करते हैं इंतजार
हर रोज शाम 4 बजे उसकी यह लाइब्रेरी स्लम एरिया में रहने वाले बच्चों के घरों के सामने खुल जाती है। सबसे अच्छी बात यह है कि स्लम एरिया के ये बच्चे बेसब्री से मुस्कान के आने का इंतजार करते हैं कि कब लाइब्रेरी खुलेगी और कब वे अपनी मनपसंद किताब लेकर पढ़ेंगे।



मुस्कान का यह प्रयास दूसरों के लिए भी प्रेरणा बन गया है। मुस्कान ने यह लाइब्रेरी तब खोली थी जब दिसम्बर में स्टेट एजुकेशन बोर्ड इस स्लम एरिया में विजिट करने आया था। उन्होंने बच्चों को 25 किताबें बांटी थीं और उनसे कहा था कि पढ़ें। उसके बाद उन्होंने एक क्वेश्चन-आंसर राउंड रखा था, जिसमें मुस्कान ने प्राइज जीता। टीम मुस्कान से इतनी खुश हुई कि यहां लाइब्रेरी चलाने, बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी उसे दे दी गई। वह एक लाइब्रेरियन की तरह सारी वयवस्थाएं बनाए रखती है। वह कहती है कि उसकी बड़ी सिस्टर भी उसकी मदद करती हैं।

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