भोपाल। राजधानी के लिए साल 2016 सौगातों भरा रहा। शौर्य स्मारक से लेकर वीर सावरकर सेतू तक कई सौगातेें मिलीं। चिकित्सा के क्षेत्र में सुविधाओं में इजाफा हुआ। हमीदिया अस्पताल को मेडिसिटी बनाने की ओर तेजी से कार्य हुआ। उच्च शिक्षा में भी कई बड़े बदलाव आए। मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीटें बढ़ाने से लेकर पांच नए सरकारी मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय हुआ। दो नए कॉलेज इस वर्ष शुरू हो सकते हैं।
स्वास्थ्य
राजधानीवासियों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में वर्ष 2017 से खासी उम्मीदें हैं। 2016 के कई सपने अधूरे हैं। इनके 2017 में पूरा होने की उम्मीद है।
यह मिली सौगात
हमीदिया मेडिसिटी
हमीदिया अस्पताल को दो हजार बिस्तर का बनाने की अनुमति मिली। काम शुरू हुआ। इसका पहला फेज दो साल में पूरा होगा। इस मेडिसिटी में पांच सितारा होटल के समान सुविधाएं होंगी।
एम्स में नि:शुल्क दवा
एम्स में एमआरआई जैसी महंगी जांच की सुविधा मिली। वहीं, 2016 में मरीजों के लिए नि:शुल्क दवा के साथ अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर की सौगात भी शहरवासियों को मिली।
जेपी में पीडियाट्रिक अस्पताल
प्रदेश केे मॉडल जिला अस्पताल में बच्चों का अत्याधुनिक अस्पताल शुरू । प्रदेश के बेहतर एसएनसीयू के साथ ऑपरेशन थिएटर व निजी वार्ड की सुविधा।
उम्मीदें 2017
एम्स: ट्रॉमा सुविधा
भोपाल के लिए सबसे बड़ा सपना है एम्स का सर्वसुविधायुक्त अस्पताल। आने वाले साल में यहां ट्रॉमा और इमरजेंसी इलाज की सुविधाएं शुरू हो जाएंगी।
इससे एम्स जाने वाले मरीजों को 24 घंटे उपचार मिलेगा। इसके लिए काम शुरू हो चुका है, हो सकता है कि 2017 के शुरुआती माह में ही यह सपना पूरा हो जाए।
जेपी: मेटरनिटी विंग
जेपी अस्पताल में महिलाओं को नई अत्याधुनिक मेटरनिटी विंग की सौगात मिलेगी। आईसीयू की तर्ज पर बने इस विंग में महिलाओं को वार्ड में आईसीयू जैसी सुविधाएं मिल सकेंगी।
हमीदिया: नया भवन
हमीदिया में 2017 में कई सौगातें मरीजों को मिलेंगी। यहां सर्वसुविधायुक्त ओपीडी भवन है। इसका 75 फीसदी काम पूरा हो चुका है।
दो मेडिकल कॉलेज
डॉक्टरों की कमी दूर करने शहर में दो मेडिकल कॉलेज शुरू होंगे। इसी सत्र में इन मेडिकल कॉलेजों में दाखिले शुरू हो सकते हैं। इससे दो बड़े अस्पतालों की सौगात मिलेगी।
डेवलपमेंट
2016 शहर सौगातों भरा रहा। हबीबगंज पर वीर सावरकर सेतू की सौगात मिली। 2017 में कई अधूरे प्रोजेक्ट पूरे होने की उम्मीद है।
शौर्य स्मारक
सीपीए ने 41 करोड़ रुपए की लागत से अरेरा हिल्स पर शौर्य स्मारक का निर्माण कार्य पूरा किया। 13 एकड़ क्षेत्र में फैले स्मारक क्षेत्र में शहीदों की गाथा को संजोया गया है।
वीर सावरकर सेतू
84 करोड़ से तैयार वीर सावकर सेतू मिला। होशंगाबाद रोड से अरेरा कॉलोनी, शाहपुरा, बोर्ड ऑफिस और एम्स सेतू के जरिए शहर के प्रमुख हिस्सों के बीच जुड़ाव आसान हुआ।
स्मार्ट सिटी
शिवाजी-तुलसी नगर की साइट निरस्त होने के बाद नॉर्थ टीटी नगर का चयन किया गया। देश में साइट बदलने वाला भोपाल पहला शहर बन चुका है।
उम्मीदें 2017
स्मार्ट सिटी
नॉर्थ टीटी नगर में 342 एकड़ जमीन पर कंस्ट्रक्शन वर्क होगा। एजुकेशन हब बनने से फ्यूचर बिजनेस ऑप्शन मिल सकेगा। हेल्थ हब से मल्टी स्पेशियलिटी मेडिकल फेसिलिटी मिलेगी।
ब्रिज प्रोजेक्ट लांच
चेतक ब्रिज चौड़ीकरण के साथ बावडि़याकला और सुभाष नगर आरओबी का काम शुरू। केबल स्टे ब्रिज की सौगात 2017 में मिलेगी। छोटे तालाब पर आर्च ब्रिज का भूमिपूजन हुआ।
मेट्रो प्रोजेक्ट
भोपाल में 6962.92 करोड़ के पहले फेज पर कर्ज देने से जाइका का इनकार। ये प्रपोजल भी कैबिनेट अप्रूवल में अटका है। सरकार एडीबी एवं यूरोपियन बैंक को मनाने में जुटी हुई है।
रिडेवलप चेतक ब्रिज
चेतकब्रिज सिक्स लेन होगा। ब्रिज की कस्तूरबा नगर साइट पर स्लैब कास्टिंग के साथ काम पूरा होना है। दूसरे फेज में ज्योति टॉकीज चौराहे पर ब्रिज के फुटपाथ तोड़कर यहां स्लैब कास्टिंग का काम शुरू होगा।
धार्मिक क्षेत्र में बहुत कुछ नया
धार्मिक क्षेत्र में भी आने वाले साल कई सौगाते मिलेगी। शहर को आने वाले सालों में कई बड़े धार्मिक स्थलों की सौगात मिलेगी। कुछ सौगात इसी वर्ष मिलेगी, वहीं कुछ निर्माणाधीन धार्मिक स्थलों के कार्यों को गति मिलेगी।
बनेगा चित्रगुप्त मंदिर
प्राचीन नेवरी मंदिर प्रांगण में भगवान चित्रगुप्त मंदिर और राम दरबार का निर्माण कार्य इसी माह से शुरू होने की उम्मीद है। सीएम ने पिछले साल इसका भूमिपूजन किया था।
इस्कॉन का मंदिर
राजधानी में प्रस्तावित इस्कॉन मंदिर का निर्माण कार्य वर्ष 2017 में शुरू हो जाएगा। पटेल नगर रायसेन रोड पर यह मंदिर प्रस्तावित है, जो आने वाले तीन से पांच साल में आकार लेगा। जो लगभग तीन एकड़ में बनेगा। मंदिर के प्रबंधक जगन्नाथदास ने बताया कि जनवरी से इसका निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इसका निर्माण तीन चरणों में पहले चरण का निर्माण कार्य 2017-18 में किया जाएगा। इस तरह आगामी तीन से पांच साल के भीतर तीनों चरणों का निर्माण किया जाएगा।
जैन तीर्थ की सौगात
लगभग 30 किमी दूर दीवानगंज के पास ज्ञानोदय तीर्थ बनकर तैयार है। पंचकल्याणक एक फरवरी को होगा। इस तीर्थ में समोशरण जिनालय, पंचबालयति, मानस्तंभ, शांतिनाथ जिनालय और पंचमेरू जिनालय होंगे।
पंचबालयति मंदिर
शहर के बीच में पंचबालयति मंदिर का निर्माण कार्य हबीबगंज जैन मंदिर प्रांगण में शुरू हुआ है। यह मंदिर अक्षरधाम की तर्ज पर बनाया जा रहा है, जो श्रद्धालुओं के पर्यटकों के आकर्षण काकेंद्र होगा।
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