भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की जेल से फरार होने से पहले simi के आतंकवादियों ने गला काटकर जिस सिपाही को शहीद कर दिया, वह UP के बलिया के राजपुर के हल्दी गांव का रहने वाला रमाशंकर यादव था। दीपावली की ही रात को यादव परिवार के घर जैसे ही हत्या की खबर लगी उनके घर कोहराम मच गया। शहीद रमाशंकर यादव की बेटी का ब्याह 9 दिसम्बर को होने वाला था। यादव के दोनों बेटे भी सेना में हैं। पिता की मौत की सूचना पाते ही वे भी भोपाल के लिए रवाना हो गए हैं।
बताया जाता है कि भोपाल की जेल से फरार होने से पहले रात 2-3 के बीच जेल के बी ब्लाक में बंद SIMI के 8 आतंकवादियों ने बैरक तोड़ने के बाद हेड कांस्टेबल रमाशंकर यादव की गला रेतकर हत्या कर दी। इसके बाद जेल में ओढ़ने के काम आने वाली चादर की रस्सी बनाकर दीवार फांदने में सफल हो गए।
इसके बाद करीब 8 घंटे की मशक्कत के बाद जनता की मदद से आतंकवादियों को ढूंढ निकाला गया और पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में उन्हें मार गिराया गया। यह आतंकवादी जेल से फरार होने के बाद भोपाल से करीब 10 किलोमीटर दूर तक निकल गए थे। जहां गांव वालों ने उन्हें संदिग्ध देखकर पुलिस को खबर कर दी।
गृहमंत्री ने की शहीद परिवार से मुलाकात
गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने सोमवार को शहीद रमाशंकर यादव के परिवार से मुलाकात कर घटना पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने इस दौरान कहा कि स्व. रमाशंकर यादव को मध्यप्रदेश सरकार शहीद का दर्जा देगी।
दस लाख रुपए की नकद सहायता
गृहमंत्री ने राज्य शासन की ओर से शहीद परिवार को दस लाख रुपए की नकद सहायता राशि दी है। इसके अलावा कहा है कि मध्यप्रदेश सिपाही को शहीद का दर्जा देगी। वहीं उनकी बेटी के विवाह के लिए पांच लाख रुपए की सहायता राशि भी देगी। वहीं परिवार में से किसी एक व्यक्ति को अनुकंपा नियुक्ति देगी।
Hindi News / Bhopal / UP का है शहीद सिपाही, एक माह बाद ही था बेटी का ब्याह