भोपाल। भगवान शिव को सावन का महीना अति प्रिय है। इस बार यह मास 10 जुलाई से शुरू हो रहा है। सावन के महीने में भगवान शिव की विशेष रूप से पूजा की जाती है।
भगवान शिव के वैसे तो देशभर में कई ऐतिहासिक और चमत्कारिक मंदिर है, लेकिन मध्यप्रदेश में भगवान शिव का एक ऐसा मंदिर है जिसकी छत न बनी होने के कारण यह आज तक अधूरा है।
यह मंदिर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब 32 किलोमीटर की दूरी पर भोजपुर में स्थित है। इस मंदिर को भोजेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है।
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भोजेश्वर मंदिर को पूर्व का सोमनाथ भी कहा जाता है. इस मंदिर की ये खासियत है कि इस मंदिर के गर्भगृह में स्थित शिवलिंग लगभग 7.5 फुट लम्बा और 17.8 फुट परिधि वाला है। इससे भी महत्वपूर्ण बात ये है कि इस शिवलिंग का निर्माण एक ही चट्टान को काट कर किया गया है। इस शिवलिंग को दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग माना जाता है।
राजा भोज के द्वारा इस मंदिर का निर्माण करवाया गया था। राजा भोज के नाम पर ही इस मंदिर का नाम रखा गया था। इस मंदिर के निर्माण के पीछे एक शर्त लगी थी।
शर्त ये थी कि इसका निर्माण एक ही रात में किया जाना था, लेकिन मंदिर की पूरी छत बनने से पहले ही सुबह हो गई, इसलिए यह काम अधूरा रह गया। तब से लेकर आज तक यह मंदिर अधूरा ही है।
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Hindi News / Bhopal / एक शर्त के चलते आज तक अधूरा है ये मंदिर, कहलाता है पूर्व का सोमनाथ।