आलोक सिंह@भोपाल। नए साल का आगाज हो गया है। इस साल के लिए आपने कई ऐसे सपनों के बारे में सोच रखा होगा, जिन्हें बीते साल किसी कारण बस पूरा नहीं कर पाए होंगे। लेकिन सिर्फ लक्ष्य निर्धारित करने भर से तो सपने पूरे नहीं होते, उसके लिए जरूरत होती है एक मुकम्मल प्लानिंग की वह भी सही समय पर।
आप साल के पहले महीने सेे ही निवेश, बचत की प्लानिंग शुरू कर दें तो सपने समय पर पूरे हो सकते हैं। इससे न सिर्फ आपका निवेश जोखिम मुक्त होगा बल्कि वह शानदार रिटर्न भी देगा। हम आपको बेस्ट इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो बनाने के टिप्स दे रहे हैं, जिनकी मदद से पूरे साल अपने और अपने परिवार की जिन्दगी में खुशियों की बारिश देख सकते हैं।
निवेश से पहले लक्ष्य तय करें
नए साल में निवेश शुरू करने से पहले छोटी, मध्यम और लंबी अवधि के लक्ष्य तय करें। इसके फौरन बाद अपनी आमदनी और खर्चे का आकलन करें। साथ ही देनदारियों का भी ब्योरा तैयार करें और फिर अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति का मू्ल्यांकन करें। यह कसरत करने के बाद बचत और निवेश का एक अच्छा प्लान तैयार कर सकते हैं जो आपके वित्तीय लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेगा।
बचत करने का संकल्प लें
आप निवेश तब कर पाएंगे, जब बचत करेंगे। साल की शुरुआत से ही आय का पांचवां भाग (20 फीसदी) बचाने का संकल्प लें। बचत की हुई राशि को लक्ष्य की जरूरत के अनुसार म्युचुअल फंड, शेयर, रेकरिंग डिपॉजिट, पीपीएफ आदि में निवेश करें। हां, एक बात का हमेशा ख्याल रखें कि किसी भी निवेश टूल में निवेश करने से पहले उसके बारे में समझेें।
इमरजेंसी फंड जरूर बनाएं
इंसान की जिन्दगी में कब बुरा वक्त आ जाता है, कोई नहीं जानता। बुरे वक्त में आप वित्तीय रूप से मजबूत बने रहें, इसके लिए एक इमरजेंसी फंड बनाएं। इमरजेंसी फंड आपकी मासिक आय के छह गुना के बराबर होना चाहिए। ऐसा कर आप रभविष्य में आने वाली आकस्मिक घटना से मुकाबला कर पाएंगे।
टैक्स सेविंग के लिए बीमा नहीं
टैक्स सेविंग के लिए ज्यादातर लोग बीमा पॉलिसी लेते हैं। आप ऐसी गलती करने से बचेंं। टैक्स सेविंंग के लिए मार्केट में कई प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं, जो अच्छे रिटर्न के साथ टैक्स सेविंग विकल्प भी देते हैं। याद रखें कि बीमा पॉलिसी सिर्फ जोखिम कवर करने के लिए ही खरीदें। अगर, बीमा नहीं है तो सालाना इनकम के 10 गुने के बराबर टर्म प्लान जरूर लें।
कहां करें निवेश
स्मॉल सेंविंग स्कीस पर ब्याज दर घट गई है। उम्मीद है कि आने वाली तिमाही में इंटरेस्ट रेट में और कमी होगी। अगर, आप ब्याज दरों में कटौती से होने वाले नुकसान से बचना चाहते हैं तो टैक्स फ्री बांड्स, ईएलएसएस, डेट या बैलेंस्ड म्युचुअल फंड का चुनाव कर सकते हैं। निवेश पर रिस्क नहीं लेना चाहते हैं तो फिक्स्ड डिपॉजिट, सुकन्या समृद्धि, पीपीएफ को अपनेे पोर्टफोलियो में शामिल कर सकते हैं।
टैक्स सेविंग आज से शुरू करें
अगर आप आज से टैक्स प्लानिंग शुरू कर देते हैं तो वित्त वर्ष खत्म होने के समय परेशानी नहीं होगी। फाइनेंशियल प्लानर जितेंद्र सोलंकी के अनुसार सभी टैक्सपेयर्स को अपने पार्टफोलियों में ईएलएसएस, पब्लिक प्रोविडेंट फंड, नेशनल पेंशन सिस्टम को जरूर शामिल करना चाहिए। ये प्रोडक्ट्स टैक्स सेविंग के साथ अच्छे रिटर्न भी देते हैं।
वित्तीय सलाह की अहमियत
निवेशकों के बीच फाइनेंशियल प्लानर की सेवा लेने या नहीं लेने को लेकर दुविधा की स्थिति होती है। सेबी की ओर से म्युचुअल फंड में सीधे निवेश की आजादी देने के बाद दुविधा और भी बढ़ गई है। यदि आपको लगता है कि निवेश का फैसला गलत हो सकता है तो आप अपने वित्तीय लक्ष्य को पूरा करने से चूक सकते हैं तो फाइनेंशियल प्लानर से सलाह ले सकते हैं।
इस साल न करें ये गलतियां
ज्यादातर निवेशक बिना किसी प्लान के इन्वेस्टमेंट ऑप्शन चुनते हैं और निवेश कर देते हैं। ऐसे में निवेश पर अच्छा रिटर्न नहीं मिलता है। यह गलती आप इस साल नहीं दोहराएं, पहले लक्ष्य तय करें, फिर निवेश। किसी एक प्रोडक्ट में सारे पैसों निवेश नहीं करें। इसका नुकसान यह होगा कि आप बेहतर प्रदर्शन करने वाले दूसरे इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट्स के लाभ लेने से वंचित रह जाएंगे।
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