श्योपुर। स्मार्ट फोन के इर्द-गिर्द घूमने वाली दुनिया देखने में तो बेहद खूबसूरत लगती है। लेकिन यह अंदर ही अंदर आपको खोखला भी कर रही है। हाथों में रहने वाले मोबाइल ने जहां दुनिया को समेटकर लोगों की मुट्ठी में ला दिया है। वहीं अब मेडिकल वल्र्ड में मोबाइल एडिक्शन बन कई बड़ी बीमारियों का कारण भी बन रहा है। यदि आंकड़ों पर गौर करे तो लगभग 20 प्रतिशत बच्चे व युवा और 10 प्रतिशत बड़े मोबाइल एडिशन का शिकार है।
इसके लक्षण ठीक उसी तरह के है,जैसे किसी मादक पदार्थ एडिक्ट में पाए जाते है। डॉक्टर भी इस बात को मान रहे है कि जिस रफ्तार से स्मार्टफोन का चलन बढ़ा है। आगे आने वाले समय में मोबाइल एडिक्शन की प्रोब्लम भी अधिक बढ़ेगी।
बच्चों पर बुरा प्रभाव
नेट से जुडऩे के बाद मोबाइल पर सभी कुछ उपलब्ध है। बच्चों के लिए क्या जरुरी है और क्या नहीं,यह बच्चे नहीं समझते है। इस बात का ध्यान बच्चों के पैरेंट्स को रखना पड़ेगा। बाल मन पर किसी भी बात का ज्यादा प्रभाव पड़ता है। जिसे उनके मन से हटाना आसान नहीं होता। यही वजह है कि बच्चों में एडिक्शन का ज्यादा प्रभाव दिख रहा है। उम्र बढऩे पर समझ भी बढ़ती है।इसलिए बड़ो का मोबाइल एडक्ट होने का खतरा कम है।फिर भी कुछ युवाओं और वयस्को में मोबाइल एडिक्शन देखने में आ रहा है।
Hindi News / Bhopal / मोबाइल से बढ़ रहा एडिक्शन का खतरा, जानिए लक्षण और बचाव