भोपाल। लंबे समय से भोपाल का मेट्रो प्रोजेक्ट अधर में अटका था, पर अब वित्तीय समस्या के समाधान के बाद आखिरकार प्रोजेक्ट के जल्द शुरू होने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। संभावना है कि अब मार्च 2018 से राजधानी में मेट्रो की कवायद शुरू हो जाएगी। जानें अब तक क्यों अधर में रहा भोपाल का मेट्रो प्रोजेक्ट…
* मार्च 2018 में मिलने वाली पहली किस्त के बाद मेट्रो रेल कंपनी मई-जून 2018 से प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर देगी।
* दरअसल भोपाल में मेट्रो ट्रेन के लिए यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक कर्ज देने को तैयार हो गया है।
* मेट्रो के पहले फेज के लिए मेट्रो कंपनी को 3200 करोड़ रुपए का कर्ज मिलेगा।
* लोन को मंजूरी के लिए नवंबर में बैंक के ऑफिसर्स भोपाल पहुंचकर मेट्रो कंपनी के साथ लोन संबंधी ऑपचारिकताएं पूरी करेंगे।
* पहली किस्त की राशि पूरे लोन पर लगने वाला ब्याज फाइनल किया जाएगा।
* इसकी अदायगी संबंधी शर्तों को भी निश्चित किया जाएगा।
* कंपनी को मार्च 2018 में लोन की राशि मिलते ही राजधानी में मेट्रो प्रोजेक्ट शुरू हो जाएगा।
* मेट्रो प्रोजेक्ट पर चर्चा का पहला फेज पूरा करने के लिए बैंक की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी टीम अप्रैल में भोपाल पहुंची थी।
* टीम ने 5 और 6 अप्रैल 2017 को मेट्रो प्रोजेक्ट पर कंपनी ऑफिसर्स से चर्चा की थी।
* नगरीय प्रशासन ने इस संदर्भ की डीपीआर केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय को भेजी थी।
* यहां से मंजूरी के लिए उसे वित्त विभाग भेजा गया।
* इसके बाद केंद्र सरकार इस प्रोजेक्ट के लिए गारंटी देने को तैयार हुआ।
यूं अस्तित्व में आया मेट्रो प्रोजेक्ट
* दिसंबर 2011 में डीएमआरसी को मेट्रो प्रोजेक्ट रिर्पो तैयार करने के आदेश जारी किए गए।
* 2012 में डीपीआर के लिए टेंडर जारी किए गए।
*2014 में डीपीआर शासन को सौंपी गई।
* 10 अक्टूबर 2015 को जायका की दो सदस्यीय टीम ने भोपाल का दौरा किया।
* 15-27 मई तक यह टीम विशेषज्ञों की टीम के साथ भोपाल ही रही।
इन रूट पर चलेगी मेट्रो
* भोपाल में करोंद से एम्स हॉस्पिटल के बीच 14.99 किमी का मेट्रो ट्रैक बिछाया जाएगा।
* भोपाल में ही दूसरा ट्रैक भदभदा से रत्नाागिरी के बीच 12.88 किमी रूट पर बिछाया जाएगा।
* इंदौर में राजवाड़ा से लेकर निनौरा के बीच 31.55 किमी रूट पर मेट्रो ट्रैक बिछाया जाएगा।
एम्स से करोंद 12 स्टेशन
इस रूट पर 12 स्टेशन प्रस्तावित हैं। इनमें एम्स के बाद हबीबगंज, मानसरोवर कॉम्पलेक्स, बोडज़् ऑफिस, सुभाष नगर, बोगदा पुल, भारत टॉकीज, रेलवे स्टेशन, नादरा, पीरगेट, लालघाटी और करोंद शामिल हैं।
भोपाल में ऐसी होगी ट्रेन
* राजधानी में मेट्रो रेल का सपना सबसे पहले करोंद से एम्स वाले हिस्से में पूरा होगा।
* करीब 14.99 किमी लंबे इस एलीवेटेड रूट पर मेट्रो ट्रेन करीब 28.22 मिनट में 12 स्टेशन क्रॉस करेगी।
* भोपाल में ऐसे कुल सात रूट तैयार किए जाने हैं, लेकिन जमीन की आसान उपलब्धता के चलते पहले इस हिस्से पर काम शुरू होने की संभावना है।
* यहां बीआरटीएस के ऊपर एलीवेटेड खंभों के जरिए मेट्रो रेल का ट्रैक तैयार किया जाएगा।
* इस पर मेट्रो की अनुमानित लागत 250 करोड़ प्रति किमी आंकी गई है।
ये हैं भोपाल के प्रस्तावित मेट्रो रूट
कहां से कहां और कितने वक्त में दौड़ेगी मेट्रो
रूट दूरी (किमी) समय (मिनट)
बैरागढ़-अवधपुरी 20.67 42.76
करोंद-एम्स 14.99 28.22
भौंरी-बसंत कुंज 21.64 39.95
एयरपोर्ट-बसंत कुंज 18.56 36.39
अशोका गार्डन-मदर टेरेसा स्कूल 19.05 34.32
भदभदा-रत्नागिरी भेल 12.34 23.80
मंडीदीप-हबीबगंज 15.6 23.28
सरकार के सामने हैं ये चुनौतियां
* मेट्रो रेल का काम शुरू करने के पहले सरकार के सामने कई तरह की चुनौतियां हैं।
* भोपाल, इंदौर में जिन रूट पर मेट्रो ट्रेन चलनी हैं, वहां की आबादी को शिफ्ट करना पड़ेगा।
* भोपाल के इन दो रूट पर करीब डेढ़ लाख की आबादी बसी है। ज्यादातर झुग्गी झोपडिय़ां हैं, जिन्हें शिफ्ट करना टेढ़ी खीर है।
* इंदौर में राजवाड़ा सबसे व्यस्त क्षेत्र है। मेट्रो के काम के लिए राजवाड़ा के आसपास डिपो बनाने और सड़कों के चौड़ीकरण काम भी होना है।
* राजवाड़ा में आबादी को शिफ्ट करने का बड़ा चैलेंज है।