अक्सर हम खराब सिम कार्ड, मोबाइल कई इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट को बाहर जमीन में फेंक देते हैं। इससे भूमि प्रदूषित हो जाती है। यूनिवर्सिटी कैंपस में स्टूडेंट्स और अदर पर्सन इस वेस्ट बिन में अपने वेस्ट इलेक्ट्रानिक प्रोडक्ट को इसमें डाल सकेंगे…
भोपाल। नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (एनएलआईयू) में गुरुवार को मप्र के दूसरे इलेक्ट्रानिक वेस्ट बिन का उद्घाटन किया गया। एनजीओ सार्थक संस्था के सहयोग इस ई-वेस्ट बिन लगाने का उद्देश्य भूमि प्रदूषण को रोकना है। अक्सर हम खराब सिम कार्ड, मोबाइल कई इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट को बाहर जमीन में फेंक देते हैं। इससे भूमि प्रदूषित हो जाती है।
एक सिम कार्ड से जमीन में 7 लाख लीटर पानी प्रदूषित हो जाता है। इससे पानी पीने योग्य नहीं रह पाता। इस उपयोग से पानी को दूषित होने से बचाया जा सकेगा। यूनिवर्सिटी कैंपस में स्टूडेंट्स और अदर पर्सन इस वेस्ट बिन में अपने वेस्ट इलेक्ट्रानिक प्रोडक्ट को इसमें डाल सकेंगे। इसके बाद इन्हें रिफायनरी के लिए बाहर भेजा जाएगा। यहीं नहीं उस पर्सन को उसके प्रोडक्ट की कीमत भी दी जाएगी। उद्घाटन अवसर पर यूनिवर्सिटी के प्रो. डॉ. एसएस सिंह, प्रो. डॉ. राजीव खरे, एमपी स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के इम्तियाज अली आदि मौजूद रहे।
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