डेमो
भोपाल. गोविंद मीणा के हत्यारे राधेश्याम की जिंदगी में कोई दोस्त नहीं था। खुद अनपढ़ था, लेकिन तलाश पढ़े-लिखे साथी के लिए जारी थी। इसीलिए फेसबुक अकाउंट बनाया। एक दोस्त को राजी किया कि फेसबुक पर जिस प्रोफाइल को वह पसंद करे, वहां इंग्लिश में कुछ अच्छे कमेंट लिखे। दोस्त ने दोस्ती निभाई। नतीजे में नर्सिंग छात्रा से चैटिंग होने लगी। लेकिन ‘मैनेजर’ एक ट्रेवल्स कंपनी का जाहिल बस कंडक्टर निकला तो रिश्ता टूट गया।
छात्रा से हुई दोस्ती तो कर दिया मर्डर
छात्रा की अपने सहपाठी गोविंद से दोस्ती हो गई, यह बात ऐसी अखरी कि गोविंद का खून कर दिया। यह कहानी सुनाई है नर्सिंग छात्रा रूपा सूर्यवंशी (परिवर्तित नाम) और हत्यारे के गिरफ्तार साथियों ने। उन्होंने बताया कि बैतूल निवासी राधेश्याम ने तीन साल पहले एक गुड़ से लोड ट्रक चुराने के बाद जेल काटी। फिर भोपाल आ गया।
वह मिसरोद के फन सिटी के पास अपने तीन दोस्त देवेन्द्र ढिंढोरे, जीतेन्द्र अमृते और लालू उर्फ शिवपाल के साथ रहता था। हत्याकांड में राधेश्याम का इन तीनों ने सहयोग किया। राधेश्याम और जीतू अभी फरार हैं। छात्रा के मुताबिक राधेश्याम से उसकी दोस्ती तीन महीने पहले टूट गई थी। इसके बावजूद वह रोज उसके घर के आस-पास मंडराता रहता था।
हर बार ढूंढ लेता नया नंबर
मना करने पर वह परिवार को सब कुछ बता देने की धमकी देता था। मेरे पड़ोस के एक युवक से दोस्ती गांठकर मेरा मोबाइल नंबर तलाश लेता था। इसके बाद किसी भी वक्त फोन लगा देता था। मैंने तीन माह में पांच सिम बदलीं। लेकिन उसकी हरकतें कम नहीं हुईं। नर्सिंग छात्रा का कहना है कि उसकी दोस्ती गोविंद की जान ले लेगी उसे अंदाजा होता तो मैं किसी से दोस्ती ही नहीं करती।
Hindi News / Bhopal / फेसबुक से निकालता था लड़कियों के नंबर, IMPRESS करने दूसरों से लिखवाता था अंग्रेजी पोस्ट