भोपाल. शनिवार देर शाम सड़क पर दौड़ती एक लो-फ्लोर बस अचानक आग का गोला बनकर धधकने लगी। न्यू मार्केट से बोर्ड आफिस की तरफ रवाना बस में 35 यात्री सवार थे। वायरिंग फूंकने के कारण ऑटोमेटिक गेट लॉक होने से यात्री बस के अंदर फंस गए। बाद में ड्राइवर और कंडक्टर ने सूझबूझ दिखाते हुए आगे के गेट से यात्रियों को सकुशल बाहर निकाला। अग्निकांड में आधी बस खाक हो गई, दमकल के पहुंचने में थोड़ी देर और होती तो डीजल टैंक तक आग पहुंच जाती, जाहिर है कि फिर बड़ा धमाका होता।
टीआर-1 रूट की यह बस बैरागढ़ से आकृति ईको सिटी के रास्ते पर दौड़ रही थी। न्यू मार्केट के आगे नानके तिराहे से थोड़ा आगे एक बाइक सवार ने बस ड्राइवर को बताया कि इंजन के पास आग दिख रही है, लेकिन ड्राइवर ने अनसुना कर दिया। व्यापमं तिराहे के पास ड्राइवर को इंजन के पास से तार जलने ी बदबू आई। बस को किनारे लगाते-लगाते आग धधकने लगी। कोहराम मचाते हुए यात्री बाहर की ओर भागे तो बस के गेट लॉक थे।
खुद को जिंदगी को लपटों में घिरा देखकर रोना-चीखना मच गया। इसी दौरान बस के ड्राइवर इरफान और कंडक्टर प्रकाश ने हिम्मत से काम लिया। इरफान ने अगले गेट के पास मिट्टी डालना शुरू किया और प्रकाश ने बस में घुसकर यात्रियों को तेजी के साथ बाहर निकाला। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक तनिक देर और होती तो सभी यात्रियों को बाहर निकालना मुश्किल था। आग के कारण आधी बस खाक हो चुकी है। खबर मिलते ही दमकल मौके पर पहुंची और आग को काबू में किया। कुछ देर और होती तो डीजल टैंक तक चिंगारी पहुंच जाती और धमाके से बस के परखच्चे उड़ जाते।