जगदलपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी से रुबरु होने व उनके अभिनंदन के लिए सुबह से दोपहर तक रास्ते में खड़े सैकड़ों लोगों को उस समय खासा हताश होना पड़ा जब उन्हें पता चला कि राहुल मुख्य मार्ग के बजाए किसी और सुनसान रास्ते से रवाना हो गए।
एक झलक पाने को बेकरार दरअसल दोपहर साढ़े तीन बजे राहुल गांधी को विमान से एयरपोर्ट पहुंचना था। यहां मुख्य दरवाजे को बंद कर उसके भीतर पुलिस की तैनाती कर दी गई थी। एयरपोर्ट के बाहर वाहनों का काफिला खड़ा था। ठीक 3.30 बजे राहुल के हवाई जहाज के लैंड करने की खबर जैसे ही आई सभी अलर्ट हो गए। इधर चौराहों पर जमा भीड़ उनकी एक झलक पाने के लिए खड़ी हो गई। झाडिय़ों से घिरा रास्ता पकड़ा
कुछ देर बाद पता चला कि राहुल व उनके एस्कार्ट कि सी और ही रास्ते से गणपति रिसोर्ट की ओर रवाना हो गए हैं। यह सुनते ही इंतजार में खड़े कांग्रेसी धड़ाधड़ अपने वाहनों की ओर भागे। इनमें महापौर जतीन जायसवाल का भी वाहन शामिल था। पता चला कि एयरपोर्ट के दूसरी ओर के एक कच्चे रास्ते से काफिले को निकाल दिया गया। झाडिय़ों से घिरा यह रास्ता एयरपोर्ट विस्तार कार्य के लिए माल ढुलाई व मजदूरों की आवाजाही के काम के लिए बनाया गया है।
गिनती की वाहनें एयरपोर्ट पर जैसे ही राहुल व उनके सहयेागी हवाई जहाज से उतरे उन्हें तत्काल एसपीजी ने बुलेटप्रूफ वाहन में बिठा दिया। इसके बाद वीआईपी सुरक्षा घेरे के ये वाहन तेजी से एयरपोर्ट के पिछड़े रास्ते की ओर बढ़ गए। धूल- धक्कड़ भरे इस रास्ते पर न तो सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे न ही आम नागरिकों को इस रास्ते की भनक लग पाई। चंद मिनटों में ही इस रास्ते के जरिए नेशनल हाइवे व यहां से एनएमडीसी चौक, आमागुड़ा चौक होते राहुल गांधी सीधे गणपति रिसोर्ट पहुंचे।
बेचैन छात्राएं इधर- उधर मिन्नतें करती रहीं एनएमडीसी चौक, आमागुड़ा चौक सहित अन्य मार्गों पर पुलिस ने रस्सा बांधकर रास्ता रोक दिया था। आमागुड़ा चौक से गणपति रिसोर्ट के सामने से धुरगुड़ा जाने वाली स्कूली छात्राएं भी इस जाम में फंस गई थीं। आमागुड़ा चौक पर सुरक्षा में तैनात जवानों ने इन छात्राओं को काफी देर तक उनके घर पहुंचने से रोक दिया गया। बेचैन छात्राएं इधर- उधर मिन्नतें करती रहीं कि अंकल हमें घर जाने से क्यों रोका जा रहा है।