जगदलपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी का बस्तर से अलग ही लगाव है। 28 जुलाई से 15 से भी अधिक राज्यों में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं व सेक्टर प्रभारियों की ट्रेनिंग होनी है। जब राहुल गांधी के पास इन जगहों की लिस्ट लेकर प्रदेश प्रभारी गए तो बस्तर का नाम सुनते ही उन्होंने यहां आने की अपनी हामी भर दी। यह बातें गुरुवार को कांग्रेस भवन में बैठक लेते हुए यूपी से राज्यसभा सासंद व छग प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कही। साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल दौरे के दौरान होने वाले कार्यक्रम की सफलता ही तय करेगा की आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी।
राहुल गांधी के दौरे को सफल बनाने के लिए
दरअसल गुरुवार की सुबह करीब साढ़े 11 बजे प्रदेश प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, सह प्रभारी कमलेश्वर पटेल, प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंह देव सहित संभाग के विधायक कांग्रेस भवन पहुंचे और यहां करीब दो घंटे तक पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक व उनसे चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी के दौरे को सफल बनाने के लिए सभी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी और उन्हें सभा के लिए 10 से 20 हजार नहीं बल्कि 1 से 2 लाख लोगों की भीड़ जुटाने की नसीहत दी।
कांग्रेस भाजपा की तरह नहीं है
भाजपाई पंचायत के मूलभूत सुविधा मद से पैसे खर्च कर बुलाते हैं भीड़ यहां टीएस सिंहदेव ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी साफ छवि वाली पार्टी है, कांग्रेस भाजपा की तरह नहीं है कि वह सभा में भीड़ जुटाने पंचायतों की मूलभूत राशि पर डाका डाले और सरपंचों को सभा के लिए गांव से लोगों को लाने का दबाव बनाएं।
महिलाओं ने भी मांगा मुलाकात का समय भूपेश बघेल के सबोधन के दौरान महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने भी उनके पैनल से राहुल की मुलाकात करवाने को कहा। जिस पर भूपेश ने हर संभव प्रयास करने की बात कही। महिलाओं का कहना था कि उनसे मिलने पर उनमें भी उर्जा का संचार होगा और पार्टी में नई जान आएगी।
टीएस सिंहदेव बोले हर वार्ड से 100 लोग
यहां बैठक के दौरान नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंह देव ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शहरी कार्यकर्ताओं का हर वार्ड से कम से कम 100-100 लोगों को लाने के निर्देश दिए। इसके बाद पीएल पुनिया ने कहा कि सभा में 1 से 2 लाख के करीब भीड़ जुटाने का प्रयास किया जाएगा।कांग्रेस भवन में हुई बैठक में जब प्रदेश स्तरीय नेताओं ने भीड़ लाने की जिम्मेदारी देते हुए कहा कि कौन-कौन वार्डों से 100 व 50 से अधिक की भीड़ लाएगा, हाथ उठाएं। तो गिनती के तीन हाथ ही उठे। इसके बाद पदाधिकारियों के चेहरों पर परेशानी की लकीरें नजर आने लगीं।
कार्यकर्ता उजागर करे भाजपा का भ्रष्टाचार पीएल पुनिया ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं का धर्म है, कि वे अपनी दिनचर्या के दौरान जितने लोगों से भी मिलते हैं उनके पास कांग्रेस के कार्यों को पहुंचाए । साथ ही भाजपा के भ्रष्टाचार को उजागर कर इसकी जानकारी जन-जन तक पहुंचाएं।
सिर्फ एनएमडीसी नही सारे सरकारी उपक्रम को बेच रही सरकार पुनिया ने कहा कि एनएमडीसी को सरकार ने चलाने के उद्येश्य से ग्रामीणों व किसानों ने अपनी जमीनें दी है लेकिन भाजपा की सरकार इसे बेचने में तुल गई है। वर्तमान की सरकार धीरे-धीरे सभी सरकारी उपक्रमों को बेचने पर तुली है, और फायदा पूंजीपतियों को पहुंचाने की है। इसके साथ ही वह हर शासकीय सेक्टरों को भी बेच देगी, लेकिन विपक्ष एेसा नहीं होने देगा।
इन मार्गों पर यातायात प्रतिबंधित
राहुल गांधी के आगमन को देखते हुए शुक्रवार व शनिवार को यातायात विभाग ने भारी वाहनों को प्रतिबंधित किया है। थाना भानपुरी, बस्तर चौकी, नगरनार व परपा थाना से दोपहर 2बजे से रात 9 बजे रात तक गीदम की ओर से आने वाले वाहन तेलीमारेंगा होकर आड़ावाल की ओर जाएंगी। इसी प्रकार 29 जुलाई को सुबह 8 बजे से राहुल गांधी के जाने तक भारी वाहनों का शहर के अंदर प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। आमागुड़ा चौक, एनएमडीसी चौक, कुम्हारपारा चौक व बोधघाट तिराहा से वाहनों का प्रवेश नहीं होगा। मारकेल सभा स्थल जाने वाले वाहन आमागुड़ा से हाटगुड़ा माड़पाल रोड से जाएंगे।
राहुल का हाथ, परेशान किसानों के साथ
पुनिया ने कहा कि राहुल गांधी देश में हर परेशान किसानों के साथ है। उन्होंने कहा कि राहुल भट्टापरसौल हो या मध्यप्रदेश का मनसौर सभी जगह वे सबसे पहले पहुंचकर किसानों से बात की और उसके बाद संसद में उनकी आवाज उठाई। साथ ही उन्होंने भूमि अधिग्रहण के संसोधन पर भी सवाल खड़े किए। वे के भी किसानों के साथ हैं।
पीएम मोदी किसानों को भूलें
उन्होंने पीएम
नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि केंद्र की सरकार पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है। इसका पता उनके लिए फैसलों से लगाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि
नरेंद्र मोदी ने पूंजीपतियों के 1.50 लाख करोड़ कर्ज माफ किए हैं। जबकि किसानों के आत्महत्या और लगातार बढ़ रही परेशानी के बाद भी सरकार की आंख नहीं खुल रही है।
जैमर व एस्कॉर्ट पहुंचे
कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार की शाम करीब साढ़े 4 बजे जगदलपुर पहुंचेंगे। शहर पहुंचते ही वे गणपति रिसॉर्ट पहुंचकर यहां सेक्टर प्रभारियों की चल रही ट्रेनिंग में पहुंचेगे और उनसे मुलाकात करेंगें। इसके बाद वे वापस सर्किट हाउस पहुंचेंगे और यहां कार्यकर्ताओं के डेलिगेशन से मुलाकात करेंगे। बताया जा रहा है, कि राहुल गांधी के काफिले की जैमर, एस्कॉर्ट व वीवीआईपी गाड़ी भी गुरुवार शाम बस्तर पहुंची। दरअसल राहुल गांधी के पीछ़े वाहनों का लंबा काफिला चलता है। इसमें सबसे पहले जैमर वाला वाहन होगा, जो आस-पास के नेटवर्क को रोकने का काम करेगी। वही इसके पीछे एस्कॉर्ट 1 वाहन होगा। इसमें एसपीजी के जवान बैठें होते है। इसके बाद एस्कॉर्ट 2 वाहन होगा। सुरक्षा के लिए जिला पुलिस के जवान सिविल कपड़े में मौजूद रहेंगे। इसके बाद वीआईपी गाड़ी रहेगी, जिमें राहुल गांधी बैठेंगे। यह गाड़ी बुलेट प्रुफ है।
सर्किट हाउस में बुक हुए राहुल के नाम से पांच रूम राहुल के आगमन के पहले ही सर्किट हाउस में पाच रूम बुक हो गया है। जिसमें से एक में वे और अन्य में उनके सिक्यूरिटी टीम रहेगी। सर्किट हाउस में कुल नौ रूम हैं। वहीं इसके अलावा पीएल पुनिया, टीएस सिंहदेव व भूपेश बघेल के नाम से बुक है।
एसपीजी के हिसाब से तय होगा राहुल का कार्यक्रम
*वीआईपी के खाने व नास्ते से लेकर सारे मूवमेंट तय करती है
*हर दौरे के दौरान एसपीजी के डायरेक्टर या उनके प्रतिनिधि व आईजी हमेशा साथ रहते हैं।
*दौरे के दौरान पूरा रूट और आने-जाने का प्लान गोपनीय रखती है।
*कार्यक्रम के दौरान उनके इस्तेमाल में आने वाली सभी वाहन एसपीजी की होंती है।
*एसपीजी के पास हर एमरजेंसी परिस्थिति से निपटने के लिए बैकअप प्लान होता है।
* एसपीजी के अलावा सुरक्षा में लगा दूसरा कोई भी अधिकारी चश्मा नहीं पहनता।
*चार चरण में होता है सुरक्षा घेरा। पहले में एसपीजी, दूसरे में पैरामिलिट्री फोर्स या एसपी, एएसपी की ड्यूटी होती है। वहीं तीसरे में लोकल पुलिस और चौधे चरण में लोकल खुफिया एजेंसी व होमगार्ड के जवान होते हैं।
*एसपीजी तीन दिन पहले अपना रूट प्लान करती है। तीन दिन पहले वे मूवमेंट स्थल पर पहुंचकर लोकल प्रशासन व पुलिस से अंडरवेज सिक्यूरिटी की लाइजनिंग करती है। और उनका रूट प्लान करती है।
इसका गठन 1988 में किया गया था
राहुल के साथ मेडिकल टीम भी मौजूद होती है। इसमें एंबुलेंस के अलावा सरकारी अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड भी सुरक्षित किया जाता है। भारत के प्रधानमंत्री, उनका परिवार व पूर्व प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जि़म्मेदार स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की होती है। एसपीजी सीधे केंद्र सरकार के मंत्रिमण्डलीय सचिवालय के अधीन होती है। एसपीजी देश की सबसे पेशेवर एवं आधुनिकतम सुरक्षा बलों में से एक है। इसका गठन 1988 में किया गया था। वहीं इसका संस्था का सालाना बजट 400 करोड़ रुपए से अधिक बताया जाता है। स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के हिसाब से राहुल की सभा का कार्यक्रम तय किया गया है। ऐसे में उनकी सुरक्षा को देखते हुए एसपीजी कमांडो ने अभी से दोनों शहरों में डेरा डाल दिया है।