जगदलपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के दौरे में भीड़ जुटाने के लिए कांग्रेस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। माओवाद प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से मैदान क्षेत्र के कार्यकर्ता भीड़ जुटाने में असहाय नजर आ रहे हैं। कोंटा विधायक कवासी लखमा ने बुधवार की रात ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से साफ शब्दों में कहा दिया कि उनका क्षेत्र बहुत दूर है और वो भीड़ जुटाने में मदद नहीं कर सकते हैं।
राहुल गांधी का बस्तर से अलग ही लगाव
केवल 200 लोग ही मेरे क्षेत्र से आ पाएंगे। इसके बाद गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया की मौजूदगी में हुई बैठक में उन्होंने किसी का नाम लिए बिना हिदायत दी है कि 10- 20 हजार की भीड़ से काम नहीं चलेगा। राहुल गांधी के लिए कम से कम 1-2 लाख की भीड़ चाहिए। पुनिया ने बैठक में कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी का बस्तर से अलग ही लगाव है। 28 जुलाई से 15 से भी अधिक राज्यों में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं व सेक्टर प्रभारियों की ट्रेनिंग होनी है। जब वह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पास इन जगहों की लिस्ट लेकर पहुंचे तो उन्होंने बस्तर का नाम सुनते ही यहां आने की हामी भर दी।
दो घंटे तक पार्टी कार्यकर्ताओं से चर्चा
प्रदेश प्रभारी ने कहा कि राहुल दौरे के दौरान होने वाले कार्यक्रम की सफलता ही तय करेगा की आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी। प्रदेश प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया सुबह करीब 11.30 बजे सह प्रभारी कमलेश्वर पटेल, प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंह देव समेत संभाग के विधायक के साथ कांग्रेस भवन पहुंचे और यहां करीब दो घंटे तक पार्टी कार्यकर्ताओं से चर्चा की।
राहुल से सबका मिलना संभव नहीं बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि राहुल से सभी कार्यकर्ता का मिलना संभव नहीं है, इसलिए पार्टी को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से काम करें। प्रदेशाध्यक्ष से महिला कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी से मुलाकात कराने के लिए आग्रह किया। महिलाओं ने कहा कि उनसे मिलने पर उनमें भी ऊर्जा का संचार होगा और पार्टी में नई जान आएगी। नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने शहरी कार्यकर्ताओं का हर वार्ड से कम से कम 100-100 लोगों को लाने के निर्देश दिए।
नीतीश की भाजपा से लंबे समय से चल रही थी सांठगांठ पत्रकारों से चर्चा करते हुए पीएल पुनिया ने कहा कि बिहार के सीएम नीतिश कुमार और भाजपा की नजदीकी कोई नई बात नहीं है। यह सांठगांठ लंबे समय से चल रही थी। पुनिया ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के दौरान एनडीए के कैंडीडेट को जेडीयू का समर्थन देने की बात से ही साफ हो जाता है कि भाजपा और नीतीश के गठबंधन की स्क्रिप्ट पहले ही तैयार हो चुकी थी। उन्होंने पीएम
नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि केंद्र की सरकार पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है।
Hindi News / Bastar / राहुल के लिए पुनिया ने की ऐसी डिमांड बस्तर के बड़े नेता ने कह दिया नहीं हो पाएगा