जगदलपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को मारकेल में हुई सभा के दौरान केंद्र में काबिज मोदी सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि
नरेंद्र मोदी को देश के 10-15 उद्योगपतियों ने मिलकर प्रधानमंत्री बनाया है। अब वे उनका अदा करने जा रहे हैं। इसलिए नगरनार प्लांट समेत आदिवासियों की जमीने पूंजीपतियों को सौंप दे रहे है।
आरएसएस आरक्षण को पिछले दरवाजे से बंद करने तुली है राहुल ने बताया कि आउटसोर्सिंग शब्द इन दिनो चलन में है। भाजपा की सरकार आउटसोर्सिंग के स्थानीय लोगों के हक की नौकरी बाहर व आरएसएस वालों को देना चाह रही है। यह एक षडयंत्र है। इसके जरिए वे दबे कुचलों के लिए बने संवैधानिक अधिकार आरक्षण को पिछले दरवाजे से बंद कर गरीब और अमीरों के बीच की खाई को और बढ़ाना चाहती है।
हर साल 3 हजार एकड़ जमीन आदिवासियों से छीन रही सरकार राहुल ने कहा कि भाजपा की सरकार आदिवासियों से जल, जंगल व जमीन छीनना चाहती है। सरकार उस जगह को उद्योगपतियों को देना चाहती है। हर साल प्रदेश सरकार बस्तर के आदिवासियों की 3 हजार एकड़ जमीन उनसे छीन रही है, इसके बाद वे अपने चहेतों को यह जगह बेच देंगे ताकि वहां के खनिज को बेच उद्योगपति और अमीर और स्थानीय लोग और गरीब हो जाएंगे। पहले ये उद्योगपति मेरे पास भी आए थे। जब मैंने मना कर दिया तो वे मोदी के पास गए अब हर तरफ उनकी मार्केटिँग कर रहे हैं।
प्लांट नहीं लगा तो जमीन वापस दे सरकार उन्होंने कहा कि यहां पहुंचने के बाद उनसे टाटा प्रभावित किसानो ने मुलाकात की। प्रभावितों ने बताया कि पांच साल पहले टाटा से उनसे प्लांट लगाने के लिए जमीन ली थी, लेकिन काम अब तक शुरू नहीं हुआ है, और अब तो टाटा ने भी टाटा कह दिया है। राहुल ने कहा कि एेसी स्थिति में किसानो की जमीने वापस होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने भूमि अधिग्रहण बिल लाया था, लेकिन वर्तमान सरकार ने किसानो के शोषण कि लिए इस बिल को हटाकर अपना नया बिल तैयार किया है, जो किसानों के खिलाफ है।
प्लांट बना नहीं, उसे बेचना शर्मनाक
राहुल ने नगरनार प्लांट को लेकर सभा में कहा कि नगरनार प्लांट दुनिया का एेसा पहला प्लांट होगा, जिसे सरकार ने बिना पूरा किए ही निजी हाथों में सौंपने का निर्णय लिया है। यह बेहद शर्मनाक है। निजीकरण की इतनी जल्दी की प्लांट को पूरा भी नहीं होने दिया, दाल में कुछ काला है।
भाजपा चाहती है, आदिवासी घरेलु नौकर बनें आउटसोर्सिंग को लेकर उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरा और कहा कि वे बाहर वालों को प्रदेश में नौकरी दे रही है, एेसे में यहां का बेरोजगार क्या करे। वे मजबूरी में पलायन कर रहे हैं। प्रदेश सरकार ना तो उन्हें अच्छी शिक्षा उपलब्ध करा सकी है, और ना ही उनके हाथों में कौशल दे सकी है। एेसे में यहां का व्यक्ति पलायन कर केवल अमीरों के यहां घरेलु नौकर बनकर ही काम कर सकता है। भाजपा की यह साजिश कामयाब हो गई है।
नोटबंदी ने गरीबों, किसानो व मजदूरों की तोड़ी कमर
राहुल ने बताया कि पीएम मोदी को एक रात अचानक सपना आया और उन्होंने नोटबंदी लागू कर दी, इसी तरह हाल कुछ जीएसटी का भी रहा। लेकिन इस निर्णय में सबसे ज्यादा किसी को नुकसान हुआ है, तो वह है किसान, गरीब व मजदूर। इस निर्णय के बाद उनकी कमर टूट गई है। वहीं जीएसटी में बड़े उद्योगों को कोई नुक्सान नहीं लेकिन मध्यम व छोटे दूकानदारों का धंधा चौपट हो गया है।
भ्रष्टाचारियों ने पिछले दरवाजे से काले को किया सफेद राहुल ने सरकार के नोटबंदी वाले निर्णय पर सवाल खड़े किए और कहा कि इस निर्णय के बाद सब सोच रहे थे कि बड़े-बड़े पूंजीपतियों को भी बैंक के सामने लाइन लगानी पड़ेगी। लेकिन एेसा हुआ नहीं, दरअसल बैंक में पीछे के दरवाजे से सारे भ्रष्टाचारियों की काली कमाई सफेद हो गई। और आम जनता बैंक के बाहर लाइन लगाती रह गई।
यूपीएम में शांति और भाजपा के शासन में अंशाति क्यों
उन्होंने वर्तमान में देश की स्थिति को लेकर बताया कि जो जम्मू से लेकर कन्या कुमारी व राजस्थान से लेकर नॉर्थ इस्ट तक देश में अशांति का माहौल चल रहा है, इसके पीछे विनियोजित तरीके से भाजपा काम कर रही है। वह चाहती है, कि देश में एेसी ही स्थिति बनी रहे ताकि वे इसका फायदा उठाकर सत्ता पर काबिज रह सके। उन्होंने सवाल किया कि यूपीए के समय इन सभी जगह शांति थी, और भाजपा से सवाल किया उनके समय ही यह अशांति क्यों।
…तो इलाज के लिए विशाखापटनम के लोग आएंगे बस्तर सभा के दौरान उन्होंने बस्तरवासियों से सवाल किया कि उनकी या परिवार की तबीयत खराब होती है, तो वे कहां जाते हैं। इस पर एक स्वर में जवाब मिला विशाखापटनम। इसके बाद उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश में उनकी सरकार बनी तो बस्तर में एेसी स्वास्थ्य सुविधा व अस्पताल तैयार किया जाएगा कि विशाखापटनम के लोग बस्तर अपना इलाज कराने आएंगे।
कांग्रेसी एक, प्रदेश के लोग जागरूक, अब जीत कांग्रेस की होगी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस एक हैं, और बस्तर समेत छत्तीसगढ़ की जनता अब जागरुक हो गई है। भाजपा के जुमलेबाजी में वे नहीं फंसेगे। इस बार प्रदेश में कांग्रेस की जीत पक्की है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि इस बार भाजपा का खाता भी नहीं खुलने देंगे। उन्होंने यहां बस्तरवासियों से कई चुनावी वादे भी किए। इसमें पंचायतों की बिना इजाजत जमीन नहीं देने, जल-जंगल-जमीन का फायदा स्थानीय लोगों को देने, आदिवासियों के विकास के लिए विशेष प्रोजेक्ट के तहत कार्य किया जाएगा। साथ ही बस्तर में शांति लाने का भी वादा किया है।
चुनाव के बाद नहीं हम अभी से आपके साथ राहुल गांधी ने साफ किया वेे एनएमडीसी व बस्तर के अन्य मुद्दों पर चुनाव जीतने के बाद नहीं, हालांकि वे अभी से उनके साथ है। वे हर बस्तरवासियों पर आने वाली हर परेशानी, दिक्कतें व आकांक्षाओं के साथ खड़े हैं। उन्होंने विनिवेश मामले में प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी को हर कदम पर बस्तरवासियों के साथ लड़ाई लडऩे को कहा।
लखमा के भाषण में जमकर लगे ठहाके कवासी लखमा शनिवार को भी अपने चितपरिचित अंदाज में नजर आए। उन्होंने हर गंभीर विषय पर अपने चिरपरिचित अंदाज में कही इस बात पर लोग ठहाके लगाते नजर आए। उन्होंने मोदी से लेकर जगदलपुर तक के नेताओं का नाम लेकर निशाना साधा और उन्हें अपने-अपने स्तर का भ्रष्टाचारी बताया।
भाजपा के शासनकाल में बस्तर की बहु-बेटियां सुरक्षित नहीं सभा के दौरान नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में बस्तर की बहु बेटियां बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। यहां आए दिन कभी पुलिस तो कभी माओवादियों के हाथों उनकी मौत हो रही है। लेकिन उनकी कोई सुध नहीं ले रहा। प्रदेश में सरकार बनने के बाद उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष तौर पर कार्य करने की बात कही।
पहले गोरों से और अब भ्रष्टाचारियों से लडऩा पड़ रहा प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने भी भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया और कहा कि पहले कांग्रेस पार्टी देश को आजाद करने के लिए अंग्रेजो से लड़ी और अब भ्रष्टाचारियों से दूर करने के लिए भाजपा से लडऩाा पड़ रहा है।