इस्लामाबाद। कश्मीर को लेकर पाकिस्तान ने फिर से विवादित बयान दिया है। राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने कश्मीर को पाकिस्तान के गले की नस बताया है। हालांकि उन्होंने माना है कि भारत के साथ इस मामले का समाधान बातचीत से होना चाहिए।
वे पाकिस्तान दिवस पर आठ साल बाद आयोजित परेड को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सेना प्रमुख राहिल शरीफ भी इस मौके पर मौजूद थे। हुसैन ने कहा कि कश्मीर पाकिस्तान के गले की नस है, लेकिन उनका देश लंबे से लंबित इस विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रयास जारी रखेगा। हुसैन ने कश्मीरी लोगों के प्रति अपना समर्थन जताते हुए कहा कि पाकिस्तान कश्मीर की जनता को उनके आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए नैतिक, राजनीतिक और राजनयिक समर्थन प्रदान करता रहेगा।
पिछले साल प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मुज्जफराबाद में गुलाम कश्मीर विधानसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित किया था और कश्मीर को पाकिस्तान की गले की नस करार दिया था। 2014 में सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने भी कश्मीर के लिए इसी शब्द का इस्तेमाल किया था।
हुसैन ने कहा कि पाकिस्तान शांतिप्रिय देश है और वह सभी देशों खासकर पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहता है। लेकिन, शांतिपूर्ण संबंधों की चाहत पाकिस्तान की कमजोरी नहीं समझी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान किसी देश के साथ हथियारों की होड़ में शामिल नहीं है। उसके पास जो हथियार हैं उसका इस्तेमाल सिर्फ आत्मरक्षा के लिए किया जाएगा। इससे पहले परेड में सांस्कृतिक झलकी के साथ-साथ पाकिस्तान ने नवीनतम हथियारों का भी प्रदर्शन किया। आखिरी बार यह परेड 2008 में हुआ था। इसके बाद से सुरक्षा कारणों से इसका आयोजन टलता रहा।
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